पालिका ने मांगा नया एनएसए, सीएमओ ने किया देने से इंकार

पत्नी के फोन प्रकरण के बाद सीएमओ ने डॉ. अतुल कुमार को पालिका से हटाकर पीएचसी पर भेजने के आदेश किये थे जारी

Update: 2024-10-04 10:51 GMT

मुजफ्फरनगर। रामलीला और नवरात्र के साथ ही त्यौहारों का बड़ा सीजन शुरू हो चुका है। ऐसे में शहर से गांव देहात तक सफाई, पेयजल और पथ प्रकाश के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू करने का दबाव भी बन रहा है। शहर की बात करे तो नगरपालिका परिषद् में इन दिनों अधिकारी का टोटा होने के कारण व्यवस्था संभालना मुश्किल हो रहा है। पत्नी के फोन के बाद डीएम के निर्देश पर तात्कालिक अवकाश पर भेजे गये पालिका के नगर स्वास्थ्य अधिकारी की सीएमओ ने परमानेंट ही छुट्टी कर दी तो हालात और खराब होने लगे हैं। ऐसे में पालिका प्रशासन ने सीएमओ से व्यवस्था के लिए नये नगर स्वास्थ्य अधिकारी की मांग की, लेकिन सीएमओ ने स्पष्ट रूप से पालिका को यह कहते हुए इंकार कर दिया कि उनके विभाग में भी अधिकारियों की कमी है, इसलिए वो नया अधिकारी नहीं दे पायेंगे। इसके बाद अब पालिका प्रशासन ने शासन की ओर अधिकारी भेजने के लिए टकटकी लगाई है।

नगरपालिका परिषद् में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार पूर्व चेयरमैन अंजू अग्रवाल के बोर्ड से ही विवादों में रहे हैं। उस बोर्ड में कार्यकाल के दौरान उनका चेयरपर्सन के साथ 36 का आंकड़ा बना रहा और वो दो बार हटाये गये। बोर्ड बदला तो चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के बोर्ड में वो पालिका में तीसरी बार नगर स्वास्थ्य अधिकारी के चार्ज पर आये थे। 18 जनवरी 2023 को सीएमओ ने उनका तबादला बघरा क्षेत्र के पीनना पीएचसी से पालिका में एनएसए के पद पर किया था, तभी से वो लगातार काम कर रहे थे। 26 सितम्बर को उनकी पत्नी द्वारा डीएम उमेश मिश्रा को फोन मिलाकर बेटे की तबियत खराब होने की जानकारी देने के साथ ही शिकायत की थी कि उनको पालिका से अवकाश नहीं दिया जा रहा है, उनकी परिवार को ज्यादा आवश्यकता है। ऐसे में डीएम ने ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह को फोन कर एनएसए डॉ. अतुल कुमार को अवकाश पर भेजने के लिए कहा था। ईओ ने चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप को प्रकरण की जानकारी दी तो उन्होंने 27 सितम्बर को एनएसए डॉ. अतुल को पत्नी द्वारा डीएम को फोन करने के प्रकरण में तत्काल प्रभाव से अवकाश पर भेजने के निर्देश देते हुए चीफ सेनेट्री इंस्पेक्टर योगेश कुमार गोलियान को एनएसए का अतिरिक्त चार्ज सौंप दिया था।

इसके साथ ही रामलीला और नवरात्र शुरू और त्यौहारी सीजन में व्यवस्था का दबाव भी पालिका प्रशासन पर बन गया। एनएसए डॉ. अतुल ने दो अक्टूबर को अवकाश से वापस ड्यूटी ज्वाइन करने का पूरा मन बना लिया था, लेकिन इससे पहले एक अक्टूबर की शाम को सीएमओ डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने नया आदेश जारी करते हुए डॉ. अतुल कुमार को पालिका से वापस अपने विभाग में मूल पद पर बुला लिया। सीएमओ के अनुसार पालिका की मांग पर 18 जनवरी 2023 को पीनना पीएचसी के प्रभारी डॉ. अतुल कुमार को पालिका में नगर स्वास्थ्य अधिकारी के अतिरिक्त प्रभार पर भेजा गया था। इसी बीच 05 सितम्बर 2024 को पालिकाध्यक्ष की ओर से पत्र भेजकर डॉ. अतुल को पालिका के अतिरिक्त कार्यभार से मुक्त करने के लिए कहा गया था। सीएमओ ने बताया कि इसी क्रम में डॉ. अतुल से पालिका का अतिरिक्त प्रभार से मुक्त करते हुए उनको अपनी मूल तैनाती पीएचसी पीनना में योगदान आख्या देने के निर्देश दिये हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी की परमानेंट छुट्टी हो जाने के कारण अब पालिका में व्यवस्था बनाने के लिए मुश्किल पैदा हो गई हैं। सीएमओ के अनुसार पालिका से नया एनएसए मांगा जा रहा है, लेकिन विभाग में पहले से ही चिकित्सा अधिकारियों की कमी चल रही है, ऐसे में विभाग की ओर से नया एनएसए देने से अभी फिलहाल इंकार कर दिया गया है। ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि सीएमओ से नया अधिकारी मांग गया था, लेकिन उन्होंने अधिकारियों की विभाग के पास कमी बताते हुए व्यवस्था करने से साफ इंकार कर दिया है। अभी चीफ योगेश ही एनएसए के दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। त्यौहारों में बेहतर व्यवस्था बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नगर स्वास्थ्य अधिकारी की तैनाती शासन से ही होती है, यहां पर वैकल्पिक व्यवस्था में सीएमओ से अधिकारी मांगकर काम चलाया जा रहा था, अब उनके द्वारा इंकार कर देने से शासन को ही पत्र भेजा जा रहा है, ताकि यहां पर एक नियमित एनएसए मिल सके। 

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