नाले सहित छूटे कामों को पूरा करायेगा लोक निर्माण विभाग
लोक निर्माण विभाग के एई ने एक हफ्ते पहले पत्र भेजकर पालिका से किया था नाला निर्माण कराने का अनुरोध;
मुजफ्फरनगर। शहर में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित कराने के लिए नगरपालिका परिषद् के द्वारा चल रही कवायद के बीच किदवईनगर प्लांट तक लोक निर्माण विभाग के द्वारा बनवाई जा रही सीसी सड़क के साथ नाला निर्माण का कार्य भी लोक निर्माण विभाग द्वारा ही कराया जायेगा। इसमें पालिका ईओ द्वारा निरीक्षण के बाद कार्य की आवश्यकता को देखते हुए अपनी रिपोर्ट चेयरपर्सन को भेजकर कुछ छूटे कार्य को भी लोनिवि निर्माण खंड से ही पूर्ण कराये जाने के लिए अनुमति मांगी गई है। पालिका और लोनिवि के अफसर प्लांट संचालन की समयावधि को देखते हुए कार्य जल्द कराने के प्रयास में जुट गये हैं।
बता दें कि नीदरलैंड की कंपनी के साथ मिलकर नगरपालिका परिषद् के द्वारा किदवईनगर स्थित भूमि पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित कराये जाने की कवायद चल रही है। मार्च 2025 तक प्लांट स्थापित करने की डेड लाइन शासन से घोषित है। इसके लिए कंपनी की डिमांड पर प्लांट तक सड़क का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा कराया जा रहा है। इसके लिए पालिका ने अपने बोर्ड फंड से 2.36 करोड़ रुपये लोक निर्माण विभाग को अवमुक्त किये थे। यहां यह बात सामने आई थी कि सड़क के साथ नाले का सरफेस नीचा पड़ रहा है। इसके लिए लोनिवि निर्माण खंड प्रथम के एई ने करीब एक सप्ताह पूर्व ईओ पालिका को पत्र लिखकर यह बात उठाई थी। 31 दिसम्बर 2024 को लिखे इस पत्र में लोनिवि के एई की ओर से कहा गया था कि किदवईनगर स्थित कूड़ा प्लांट तक बनाई जा रही सीसी सड़क के निर्माण में बायीं ओर का नाला बाधा बन रहा है, क्योंकि यह नाला सड़क से करीब ढाई फीट नीचा पड़ रहा है। इस नाले की सीसी दीवारों को सड़क के सरफेस तक ऊंचा उठाने की आवश्यकता जताते हुए एई ने इस कार्य को नगरपालिका स्तर से कराये जाने की बात कहते हुए स्पष्ट कर दिया था कि नाले को लेवल करने का आगणन सड़क निर्माण टैण्डर में शामिल नहीं किया गया है।
इसी स्थिति का स्थलीय निरीक्षण करने के लिए मंगलवार को ईओ पालिका डॉ. प्रज्ञा सिंह ने लोनिवि के सहायक अभियंता आईपी सिंह के साथ मौके पर पहुंचकर जायजा लिया था। इस दौरान सड़क के साथ ही कुछ अन्य कार्यों की आवश्यकता सामने आने पर उनको प्राथमिकता पर पूर्ण कराने के लिए पालिका ने नाले का सरफेस नीचा हो जाने के कारण उसको भी लेवल करने का कार्य लोक निर्माण विभाग से ही कराये जाने की सहमति बनाने पर जोर दिया था। इसके लिए ईओ ने चेयरपर्सन को पत्र भेजकर अनुमति मांगी है तो वहीं लोनिवि के एक्सईन और एई को पत्र भेजते हुए उनके द्वारा ही नाला सरफेस कार्य अपने विभाग से ही कराये जाने के लिए कहा गया है।
ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने कहा, समन्वय बनाकर होगा काम
ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने कहा कि दोनों विभाग आपसी समन्वय बनाकर सड़क निर्माण का कार्य कर रहे हैं। लोनिवि पर गलत एस्टिमेट बनाने जैसा कोई आरोप या शिकायत नहीं मिली है। रोड बनाने के क्रम में एक तरफ़ के नाले का सरफेस ऊँचा किया जाना आवश्यक है। एई लोनिवि द्वारा यह कार्य पालिका से कराये जाने के लिए पत्र लिखा गया था। यदि अब पालिका इस कार्य को करायेगी तो इसमें अत्यधिक विलंब होगा, क्योंकि पालिका को नये सिरे से प्रस्ताव तैयार कर बोर्ड से अनुमति लेने के बाद निविदा आमंत्रित करने की लंबी प्रक्रिया का पालन करना होगा। चूँकि यह रोड एसटीपी/एफ़एसटीपी एवं वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट को सुचारू रूप से संचालित कराने के लिए अति आवश्यक है। ऐसे में हमने शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर लोक निर्माण विभाग को पत्र प्रेषित करते हुए कहा है कि रोड के निर्माण के साथ ही नाले का सरफेस ऊँचा करने का कार्य भी वो ही अपने विभाग से कराये, ताकि समयावधि में हम प्लांट को शुरू कराने का कार्य कर सकें। ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि सड़क के साथ नाले का सरफेस और अन्य दूसरे कार्यों की आवश्यक कार्य भी लोक निर्माण विभाग से कराये जाने के लिए निरीक्षण रिपोर्ट चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप को भेजी जा रही है, उनकी अनुमति भी मांगी गई है।
एक्सईएन अभिषेक सिंह बोले, एस्टीमेट गलत नहीं
इस सम्बंध में लोक निर्माण विभाग निर्माण खंड के एक्सईएन अभिषेक सिंह का कहना है कि एटूजेड प्लांट तक बनाई जा रही सड़क का एस्टीमेट गलत नहीं बना है। कुछ चीजें गलत ढंग से सामने आ गई हैं। अभी काम पूरा नहीं हुआ है, तो पैसा बचने की बात भी बेमानी है। सड़क की एक तरफ नाला पहले से ही बना हुआ था। सड़क निर्माण के दौरान उसका सरफेस थोड़ा डाउन चला गया है, उसको ही लेवल करने के लिए नगरपालिका के साथ मिलकर काम करने की बात हो रही है। मैं अभी लखनऊ में आया हुआ हूं, फोन पर एई से बात की है, लौटने के बाद इस मामले में पालिका प्रशासन के साथ वार्ता करते हुए आपसी समन्वय बनाकर नाला सरफेसिंग के साथ ही शेष कार्य कराये जाने की रूपरेखा बनाई जायेगी।