MUZAFFARNAGAR-कछौली में दो थानों के बॉर्डर पर गौवंश अवशेष मिलने पर हंगामा
चरथावल और कोतवाली नगर के बीच नाले से ग्रामीणों ने बरामद किये गौवंशीय पशुओं के अवशेष, हिन्दूवादी संगठनों ने जताया आक्रोश, दोनों थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे सीओ सिटी
मुजफ्फरनगर। गोवर्धन पर्व के अवसर पर एक गांव में गोवंशीय पशुओं के अवेशष मिलने पर ग्रामीणों और हिन्दूवादी संगठनों के नेताओं में आक्रोश उत्पन्न हो गया। कुछ ही देर में मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ एकत्र हो गई। मामला दो थानों के बॉर्डर पर होने के कारण पुलिस पहले तो उलझी रही, लेकिन मामला गोवंशीय पशुओं के कटाने से जुड़ा होने के कारण पुलिस हरकत में आई और सीओ सिटी दोनों थानों की फोर्स के साथ गांव में पहुंचे। ग्रामीणों को समझाकर शांत किया और सीओ ने गोवंशीय पशुओं के अवशेष सील करते हुए उनको मेडिकल परीक्षण के लिए भिजवाया। ग्रामीणों को पुलिस ने भरोसा दिया कि रिपोर्ट में यदि ये अवशेष गोवंशीय पशुओं के पाये गये तो यहां पर पशु कटाने करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा।
शनिवार को गोवर्धन पूजन के बीच ही पुलिस में गोवंशीय पशुओं का कटान होने की सूचना के कारण हड़कम्प मच गया। पहले सूचना आई कि चरथावल थाना क्षेत्र के दो ग्रामों में गोवंशीय पशुओं के अवशेश खेतों से मिलने के कारण ग्रामीणों में रोष है। बाद मं पता चला कि शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव कछौली में गोवंशीय पशुओं के अवशेष पाये गये हैं। यहां मौके पर सैंकड़ों ग्रामीणों की भीड़ एकत्र हो गई। सूचना मिलने पर हिन्दूवादी संगठनों के कुछ कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गये थे। इसके साथ ही भारी हंगामा खड़ा हो गया। ग्रामीणों ने पुलिस को मामले की सूचना दी तो पहले तो पुलिस सीमा विवाद में उलझ गई। कभी चरथावल तो कभी शहर कोतवाली की सीमा होने के कारण पुलिस ने मामले को हल्के में लिया। जब सैंकड़ों ग्रामीणों के जमा होने और हिन्दूवादी नेताओं में आक्रोश के साथ ही हंगामा बढ़ने की जानकारी पुलिस तक पहुंची तो सीओ सिटी एएसपी ब्योम बिंदल चरथावल और शहर कोतवाली पुलिस फोर्स के साथ गांव कछौली में घटना स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझा बुझाकर गुस्सा शांत किया।
सीओ सिटी ने बताया कि कछौली गांव में बह रहे बड़े नाले में चरथावल थाने के बिल्कुल बॉर्डर पर ही पशुओं के अवशेष पड़े देखकर ग्रामीणों में रोष उत्पन्न हो गया था। कुछ हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गये थे। इन लोगों का आरोप है कि जंगल में गौवंशीय पशुओं का कटान कर नाले में उनके अवशेष डाले गये हैं। मौके पर पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों की मदद से नाले से पशु अवशेष निकालने के बाद उनको सील करते हुए मेडिकल परीक्षण के लिए भिजवाया गया है। ग्रामीणों को भरोसा दिया गया है कि यदि जांच में वो गौवंशीय पशु के अवशेष होने की पुष्टि होती है तो कटान करने वाले आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी और उनको जेल भेजा जायेगा। इसके लिए पुलिस की दो टीमों का गठन किया गया है। सीओ का कहना है कि अभी रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। मामले को देखते हुए गांव में पुलिस कर्मियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं। वहीं ग्रामीणों और हिन्दूवादी संगठनों ने पुलिस को चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में कार्यवाही नहीं की गई तो ग्रामीणों के साथ बड़ा आंदोलन और प्रदर्शन किया जायेगा। ग्रामीणों का कहना है कि गोवर्धन पर्व पर गौवंशीय पशुओं की हत्या करने का कृत्य किया गया है, यह हिन्दू धर्म की भावना को आहत करता है, क्योंकि गोवर्धन पर्व पर गौवंशीय पशुओं की पूजा की जाती है।