किसान हित में हम राकेश टिकैत के साथ, देश विरोधी मानसिकता का करेंगे विरोधः अमित सिंह
भाकियू के तथाकथित आरोपियों पर केस दर्ज करने पर जताया पुलिस प्रशासन का आभार, कहा-हमें राकेश टिकैत के खिलाफ बयान देने पर धमकाया
मुजफ्फरनगर। किसान नेता राकेश टिकैत के खिलाफ बयानबाजी के बाद मिली तथाकथित धमकी के प्रकरण को लेकर मामला लगातार बढ़ रहा है। हालांकि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इसको विराम देने का प्रयास किया है। इसमें शिकायत करने वालों ने पुलिस प्रशासन के अफसरों का आभार जताया है।
भारतीय किसान यूनियन अटल के पश्चिमी प्रदेश अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह ने रविवार को शहर के एक रेस्टोरेंट पर पत्रकार वार्ता आयोजित की, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष अमित चौधरी भी उपस्थित रहे। अमित ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारतीय किसान यूनियन अटल के पश्चिम प्रदेश अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह ने 28 अगस्त को डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान हम भी उपस्थित रहे। यहां पर किसान नेता राकेश टिकैत द्वारा दिए गए विवादित बयान के खिलाफ ज्ञापन दिया गया और इसी को लेकर टिकैत गुट के कार्यकर्ता न सिर्फ मुझे फोन करके धमकी देते हैं साथ ही मेरे साथी विजय प्रताप सिंह को उनके प्रतिष्ठान पर जाकर पांच अज्ञात व्यक्ति जो खुद को टिकैत गुट बताते हैं और बोलते हैं कि हमारे नेता के खिलाफ ज्ञापन कैसे दिया। आरोप लगाया कि इसके बाद जान से मारने की धमकी व गाली गलौच करते हुए वह एक कार से वापस चले जाते हैं।
उन्होंने कहा कि इसके उपरांत विजय सिंह के पिता जी किरण पाल ठाकुर द्वारा एसपी सिटी और थाना नई मंडी को कार्यवाही के लिए तहरीर दी गई, जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो विजय प्रताप सिंह व उनके व्यापार मंडल के साथी एसएसपी से मिलकर अपनी बात रखते हैं। गत रात्रि में संबंधित धाराओं में आरोपियों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। उन्होंने इसके लिए पुलिस प्रशासन के अधिकारियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि राकेश टिकैत द्वारा विवादित बयान राष्ट्रीय हित में नहीं है इसलिए उसका विरोध किया गया। किसान हितैषी मुद्दों में हम सभी एक साथ हैं। हम राकेश टिकैत के साथ भी खड़े हो जायेंगे, लेकिन यदि इस प्रकार का कोई बयान कोई भी व्यक्ति या सरकार का हो विपक्ष का हो किसान नेता हो जो राष्ट्र हित में नहीं होगा जो देश हित में नहीं होगा, उसका विरोध किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हम धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। लोकतंत्र में किसी को आवाज उठाने से नहीं रोका जा सकता है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि वो जनपद में हमारे संगठन के पदाधिकारियों और प्रत्येक कार्यकर्ता की सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चत करें ताकि कोई अप्रिय घटना उनके साथ घटित न हो।