MEERAPUR-रालोद में मुस्लिम कोटे से जियाउर्रहमान की मजबूत दावेदारी, नवाजिश भी लगा रहे दम
बिजनौर से सांसद निर्वाचित हुए चंदन सिंह चौहान ने कहा कि उनके लिए जीवन में इससे बड़ा अवसर नहीं हो सकता
मुजफ्फरनगर। मीरापुर विधानसभा सीट का क्षेत्र चरण सिंह विचारधारा का ज्यादा पक्षधर रहा है। यहां पर मोरना या मीरापुर विधानसभा सीटों के रूप में चुने गये जनप्रतिनिधियों में से जनता ने चरण सिंह की विचारधारा वाले नेताओं को ज्यादा पसंद किया है। इस बार भी इस सीट पर रालोद की दावेदारी काफी मजबूत है।
रालोद के मुस्लिम कोटे से यहां पर पूर्व विधायक नवाजिश आलम और जियाउर्रहमान के नाम आगे चल रहे हैं। नवाजिश आलम ने 2017 में इस सीट पर बसपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। वो करीब 40 हजार मत लेकर तीसरे नम्बर पर रहे थे। इससे पहले उनके पिता अमीर आलम खां जनता दल के टिकट पर मोरना सीट से विधायक निर्वाचित रहे। अमीर आलम ने लोकसभा चुनाव में कैराना सीट पर मजबूत दावेदारी पेश करते हुए चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी थी, लेकिन परिस्थितियां बदली और गठबंधन में सीट भाजपा के पास चली गई। अब मीरापुर पर उनकी नजर टिकी हैं।
नवाजिश आलम के साथ ही इस सीट पर जियाउर्रहमान की दावेदारी मुस्लिम चेहरे के रूप में हुई है। जिया 1997 से सक्रिय राजनीति में रहे हैं। वो बसपा छोड़कर नवम्बर 2023 में रालोद में शामिल हुए थे। उनके पिता अजीजुर्रहमान ने मोरना से जनता दल से टिकट मांगा था, लेकिन जनता दल में दो फाड़ हो जाने के बाद उनको नये संगठन से टिकट मिला, जिसे उन्होंने वापस कर दिया था। इसके बाद 1997 में अजीजुर्रहमान, 2012 में जियाउर्रहमान और 2017 में जिया की पत्नी मुदस्सिर मुजफ्फरनगर नगर पालिका से चेयरमैनी का चुनाव लड़ चुके हैं। रालोद से जाट कोटे में संदीप मलिक, अजीत राठी और प्रभात तोमर तो गुर्जर कोटे से याशिका चौहान और रमा नागर मुख्य दावेदारों में हैं।
याशिका घर संभालेंगी, जयंत जिसे टिकट देंगे जितायेंगेः चंदन
मुजफ्फरनगर। करीब 15 साल के बाद भाजपा के साथ मिलकर ही रालोद के टिकट पर अपने स्वर्गीय पिता पूर्व सांसद संजय सिंह चौहान की राजनीतिक विरासत को संभालकर बिजनौर से सांसद निर्वाचित हुए चंदन सिंह चौहान ने कहा कि उनके लिए जीवन में इससे बड़ा अवसर नहीं हो सकता कि वो अपने पिता की राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए देश की सबसे बड़ी पंचायत का हिस्सा बने हैं।
उन्होंने कहा कि मीरापुर चंदन का है और चंदन मीरापुर का है। वो तीनों ही जिलों की उन विधानसभा क्षेत्रों के प्रतिनिधि बनकर सभी वर्गों के हितों के लिए काम करेंगे, जिनके प्रतिनिधि के रूप में बिजनौर सीट पर सांसद जनता ने उनको बनाया है। उन्होंने कहा कि मोरना-मीरापुर क्षेत्र की जनता ने उनके बाप-दादा के साथ ही उनको आशीर्वाद दिया, इसके लिए पूरा परिवार )णी है। मीरापुर सीट पर प्रस्तावित उपचुनाव में नारायण सिंह परिवार की बहू याशिका चौहान के चुनाव लड़ने के सवाल पर चंदन ने कहा कि उनके पास परिवार को संभालने की जिम्मेदारी है, क्षेत्र की जनता को वो खुद संभालेंगे। परिवार से अनुज सि(ार्थ के चुनाव मैदान में आने के सवाल को भी वो बखूबी टाल गये। उन्होंने कहा कि सि(ार्थ ने लक्ष्मण बनकर खूब साथ निभाया है, वो लक्ष्मण रेखा को पार नहीं करेंगे। चंदन ने एक तरह से याशिका के उपचुनाव में उतरने को लेकर चल रही तमाम चर्चाओं को विराम देने का काम किया है।