Home » Muzaffarnagar » सीआरएम टीम ने किया जिला अस्पतालों का औचक निरीक्षण, स्वास्थ्य सेवाओं को परखा

सीआरएम टीम ने किया जिला अस्पतालों का औचक निरीक्षण, स्वास्थ्य सेवाओं को परखा

जनपद में स्वास्थ्य सेवा बेहतर रहने पर काम देखने आई सेंट्रल की टीम, 30 बिंदुओं पर मूल्यांकन प्रक्रिया को किया शुरू

मुजफ्फरनगर। जिले की स्वास्थ्य सेवाओं का वास्तविक आकलन करने के उद्देश्य से सोमवार को केंद्र सरकार की कॉमन रिव्यू मिशन (सीआरएम) टीम ने जिला चिकित्सालय और महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। टीम ने सुबह से ही स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का बारीकी से परीक्षण किया और अस्पताल में दी जा रही चिकित्सा सुविधाओं की गुणवत्ता परखी।
कॉमन रिव्यू मिशन (सीआरएम) के अंतर्गत सोमवार को मुजफ्फरनगर पहुंचे विशेषज्ञों की दस सदस्यीय टीम ने जिला चिकित्सालय और महिला अस्पताल में पहुंचकर निरीक्षण कार्य शुरू किया। टीम ने पंजीकरण काउंटर से लेकर ओपीडी, आपातकालीन वार्ड, दवा भंडारण कक्ष और वितरण प्रणाली तक का विस्तृत जायजा लिया। टीम के सदस्यों ने मरीजों से बातचीत कर अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ और फार्मासिस्टों से भी सेवा वितरण से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा की। इस दौरान दवा की उपलब्धता, चिकित्सकीय उपकरणों की कार्यशील स्थिति और रोगियों को दी जा रही चिकित्सा सेवा की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया गया।

निरीक्षण के दौरान टीम ने बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण प्रणाली, सफाई व्यवस्था और वार्डों में मरीजों की स्थिति का विशेष रूप से अवलोकन किया। महिला अस्पताल में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, प्रसूति वार्ड और नवजात शिशु देखभाल इकाई (एनबीएसयू) की भी समीक्षा की गई। टीम के सदस्यों ने क्षय रोग विभाग, ब्लड बैंक और प्रयोगशाला की कार्यप्रणाली का भी जायजा लिया। गंभीर अवस्था वाले रोगियों के रैफर और भर्ती प्रक्रिया से संबंधित जानकारी प्राप्त की गई ताकि यह आंका जा सके कि आपात स्थितियों में मरीजों को किस तरह की सुविधा और त्वरित सेवा मिल रही है।
डीपीएम डॉ. विपिन कुमार ने बताया कि सीआरएम टीम के द्वारा जनपद में एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) के तहत दी जा रही सेवाओं का मूल्यांकन करीब 30 बिंदुओं पर किया जाएगा। इसमें सेवा की उपलब्धता, मानव संसाधन, दवा वितरण प्रणाली, स्वच्छता, जननी सुरक्षा योजना, आयुष्मान भारत और मातृ-शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन शामिल है। टीम के निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील कुमार तेवतिया समेत जिला स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने निरीक्षण टीम को अस्पताल की व्यवस्थाओं और चल रही योजनाओं की जानकारी दी।
सीएमओ डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि मुजफ्फरनगर को उत्तर प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं वाले जिले के रूप में चयनित किया गया है। कॉमन रिव्यू मिशन की टीम सात नवंबर तक जिले में रहेगी और विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की जमीनी हकीकत की समीक्षा करेगी। निरीक्षण की सभी तैयारियां विभागीय स्तर पर पूर्ण कर ली गई हैं। कॉमन रिव्यू मिशन केंद्र सरकार का एक वार्षिक मूल्यांकन कार्यक्रम है, जिसके तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की विभिन्न योजनाओं के प्रभाव और उनके क्रियान्वयन की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए राज्य के दो जिलों का चयन किया जाता है, इसमें सबसे बेहतर सुविधा और सबसे खराब कार्यप्रणाली वाले जिले शामिल रहते हैं। मुजफ्फरनगर को इस बार इसलिए चुना गया है क्योंकि इसे स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में राज्य में अग्रणी जिले के रूप में देखा जा रहा है। वहीं सबसे खराब कार्यप्रणाली की श्रेणी में बलरामपुर जनपद का चयन हुआ है।

Also Read This

नगरपालिका की टीम ने शहर में हटवाया अस्थाई अतिक्रमण

सड़क पर लगाये गये ठेलों को हटवाया, दी गई विधिक कार्यवाही की चेतावनी झांसी की रानी के पास वर्टिकल गार्डन के पास और जिला चिकित्सालय के गेट के बाहर अतिक्रमण पर कार्यवाही मुजफ्फरनगर। शहर में यातायात सुगम बनाने और सार्वजनिक स्थानों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए नगरपालिका प्रशासन ने अभियान तेज कर दिया है। गुरुवार को नगर क्षेत्र के कई स्थानों पर नगर पालिका टीम ने कार्रवाई करते हुए अस्थायी ठेले, खोमचे और सड़क किनारे लगाई गई दुकानों को हटवाया। टीम ने अतिक्रमणकारियों के खिलाफ आज कोई जुर्माना लगाने या सामान जब्तीकरण की कार्यवाही तो नहीं की, लेकिन उनको चेतावनी दी कि दोबारा कब्जा करने पर विधिक कार्रवाई की

Read More »

मुजफ्फरनगर-मुठभेड़ में मारे गए लखटकिया बदमाश गलकटा की मजिस्ट्रियल जांच शुरू

10 नवंबर तक कोई भी व्यक्ति, जनप्रतिनिधि या चश्मदीद घटना से जुड़ी जानकारी एसडीएम बुढ़ाना को दे सकता है मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर जिले में हुई एक बड़ी पुलिस मुठभेड़ की जांच अब प्रशासनिक स्तर पर शुरू हो गई है। जिले के बुढ़ाना क्षेत्र में पुलिस और एक लाख रुपये के इनामी अपराधी महताब उर्फ गलकटा के बीच हुई मुठभेड़ में आरोपी की मौत के बाद मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच के लिए उप जिलाधिकारी बुढ़ाना अपूर्वा यादव को नामित किया गया है। जिला मजिस्ट्रेट उमेश मिश्रा के द्वारा चार अक्टूबर को दिए गए आदेश के तहत बुढ़ाना क्षेत्र में हुई पुलिस मुठभेड़ की मजिस्ट्रियल जांच शुरू की गई

Read More »