नई दिल्ली: मालेगांव ब्लास्ट केस में एक अहम फैसला सामने आया है। साध्वी प्रज्ञा समेत सात आरोपियों को अदालत ने बरी कर दिया है। इस फैसले के बाद ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जमकर सियासी बहस छिड़ गई है। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे का एक पुराना पॉडकास्ट इंटरव्यू सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस इंटरव्यू में शिंदे ने कहा कि कांग्रेस के चिंतन शिविर में ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द का प्रयोग नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा, “मैंने वही बोला जो उस वक्त रिकॉर्ड में था, हालांकि उसे सिर्फ पार्टी के भीतर बताया था, सार्वजनिक तौर पर नहीं। उस समय जो पूछा गया था, उसका जवाब दिया। लेकिन अब लगता है कि मुझे ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। भगवान, लाल या सफेद, ये विचारधाराएं हैं, आतंकवाद नहीं।”

आज़म ख़ान का दर्द: “रात 3 बजे उठाया गया, लगा एनकाउंटर होने वाला है”
सपा नेता आज़म ख़ान ने कपिल सिब्बल के पॉडकास्ट में जेल बदलने के दौरान एनकाउंटर के डर, जोहर यूनिवर्सिटी विवाद और 94 मुकदमों के दर्दनाक अनुभव साझा किए।





