नईदिल्ली। इंडिगो में जारी संकट अभी भी थमता दिखाई नहीं दे रहा है। सोमवार को भी देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर इंडिगो की उड़ानें या तो रद्द हो रही हैं या फिर उनमें देरी हो रही है। दिल्ली एयरपोर्ट ने यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की है। इंडिगो में जारी परिचालन संकट अभी भी जारी है। दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों पर सोमवार को भी इंडिगो की उड़ानें रद्द हो रही हैं और उनमें देरी हो रही है। हालात को देखते हुए दिल्ली एयरपोर्ट ने सोमवार को सुबह साढ़े छह बजे यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी की और एडवाइजरी में बताया कि उड़ानों में देरी हो सकती है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने कहा कि घर से निकलने से पहले फ्लाइट का स्टेटस चेक जरूर करें ताकि एयरपोर्ट पर परेशानी का सामना न करना पड़े। सोमवार को 350 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुई हैं, जिनमें अहमदाबाद हवाई अड्डे पर सोमवार सुबह 8 बजे तक इंडिगो की 18 उड़ानें रद्द हुईं। बंगलूरू हवाई अड्डे पर 127 उड़ानें रद्द हुई हैं। वहीं हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 77, दिल्ली एयरपोर्ट पर 134 उड़ानें रद्द हुई हैं। चेन्नई, अहमदाबाद और असम के एयरपोर्ट्स पर टर्मिनल एरिया में भारी भीड़ है। इस तरह बीते करीब एक सप्ताह में इंडिगो की करीब चार हजार उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिससे देश का हवाई यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। सरकार के दखल के बावजूद अभी तक हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। इंडिगो एयरलाइन ने डीजीसीए के नोटिस का जवाब देने के लिए और समय देने की मांग की है। डीजीसीए ने शनिवार 6 दिसंबर को इंडिगो को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसमें इंडिगो के परिचालन संकट पर जवाब मांगा गया था। डीजीसीए ने इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स और सीओओ और अकाउंटेबल मैनेजर पोर्केरास को जारी नोटिस में कहा कि बड़े पैमाने पर परिचालन योजना बनाने की असफलता और संसाधन प्रबंधन की चूक दिखाई देती है। नोटिस में कहा गया कि इंडिगो में जारी संकट का मुख्य कारण नए एफडीटीएल नियमों को लागू करने के लिए सही इंतजाम न करना है, ऐसे में एयरलाइन के खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए। डीजीसीए ने जवाब देने के लिए इंडिगो को 24 घंटे का समय दिया था, जो रविवार को पूरा हो गया। हालांकि इंडिगो ने रविवार को ही डीजीसीए को एक पत्र भेजकर नोटिस का जवाब देने के लिए एक दिन का और समय मांग लिया है। इंडिगो में जारी संकट की सरकार द्वारा जांच की जा रही है। सरकार द्वारा गठित चार सदस्यीय समिति इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इंडिगो ने अक्तूबर तक समय बर्बाद किया और एफडीटीएल नियमों को लागू करने में छूट प्राप्त करने की कोशिश की? सरकार का मानना है कि देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो ने एफडीटीएल नियमों को लागू करने की कोई योजना नहीं बनाई, जिसके चलते परिचालन संकट पैदा हुआ। सरकार के सख्त निर्देश के बाद इंडिगो एयरलाइन ने रविवार शाम तक यात्रियों को 610 करोड़ रुपये का रिफंड कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी ने देशभर में यात्रियों के 3 हजार से ज्यादा बैगेज भी लौटाए हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने रविवार शाम इसकी जानकारी दी। इंडिगो के परिचालन संकट के बीच रविवार को हैदराबाद हवाई अड्डे पर तीन उड़ानों में बम की धमकी दी गई है। हवाई अड्डे के कस्टमर सपोर्ट आईडी पर ईमेल भेजकर यह धमकी दी गई। एयरपोर्ट को रविवार देर रात हीथ्रो से ब्रिटिश एयरवेज, फ्रैंकफर्ट से लुफ्थांसा और कन्नूर से इंडिगो की टारगेट करते हुए बम से उड़ाने की धमकी के ईमेल मिले।






