मुंबई पुलिस ने मंगलवार को आजाद मैदान से मराठा आरक्षण आंदोलनकारियों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। इस दौरान आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल के समर्थकों और पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। पुलिस प्रशासन प्रदर्शनकारियों से लगातार अपील कर रहा है कि वे शांति बनाए रखें और आंदोलन समाप्त करें। यह कदम बॉम्बे हाईकोर्ट के उस आदेश के बाद उठाया गया है, जिसमें दोपहर 3 बजे तक मैदान खाली कराने के निर्देश दिए गए थे।
इसी बीच, आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मनोज जरांगे पाटिल ने समर्थकों से मैदान खाली करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जो लोग वाहन लेकर आए हैं, वे मुंबई से बाहर निकलें और प्रदर्शन स्थल पर केवल पाँच हज़ार लोग ही मौजूद रहें। हालांकि, पुलिस ने साफ कर दिया है कि अदालत के आदेश के अनुसार पूरा मैदान खाली करना ज़रूरी है।
इस स्थिति में आंदोलनकारियों ने स्पष्ट किया कि वे तब तक मैदान से नहीं हटेंगे, जब तक मनोज जरांगे पाटिल व्यक्तिगत रूप से उन्हें निर्देश नहीं देते। इस मुद्दे पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच लगातार बहस जारी है।