निजी घरेलू कारों को टैक्सी में चला रहे लोग, सरकार को राजस्व और पंजीकृत टैक्सियों को रोजगार का हो रहा नुकसान
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर टैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलशाद अब्बासी ने मीडिया सेंटर पर वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि जनपद और आसपास के क्षेत्रों में अवैध निजी घरेलू गाड़ियों को टैक्सी के रूप में चलाने पर रोक लगाई जानी चाहिए। इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र भी भेजा है। उनका कहना था कि इन अवैध वाहनों के संचालन से न केवल पंजीकृत टैक्सियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है, बल्कि राज्य सरकार को भी राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है।
प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि स्कॉर्पियो, बुलैटरी, स्विफ्ट डिजायर और अर्टिगा जैसी निजी गाड़ियों को बिना पंजीकरण और नियमों का पालन किए अवैध रूप से टैक्सी के रूप में चलाया जा रहा है। इन वाहनों पर किसी भी प्रकार का कर या टोल शुल्क नहीं लिया जाता और कुछ वाहन तो 10 वर्ष से अधिक पुराने होने के बावजूद एनसीआर क्षेत्र में संचालित किए जा रहे हैं। एसोसिएशन ने यह भी आरोप लगाया कि इन अवैध वाहनों को विभिन्न राजनीतिक दलों या संगठनों के झंडे लगाकर संचालन किया जा रहा है और जनपद के प्रमुख स्थानों जैसे संधावली ब्रिज मेरठ रोड, कादिर चाय वाले के पास बेगराजपुर चौकी थाना मंसूरपुर और रामपुर तिराहा पर अवैध टैक्सी स्टैंड बनाकर सवारी वसूली की जा रही है।
मोहम्मद दिलशाद अब्बासी ने बताया कि मुजफ्फरनगर टैक्सी एसोसिएशन पिछले चार वर्षाे से संबंधित विभागों और राज्य सरकार को समय-समय पर इस अवैध गतिविधि की सूचना दे रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि इस मामले की गहन जांच कर अवैध टैक्सी संचालन और स्टैंड को बंद कराया जाए, ताकि पंजीकृत टैक्सी संचालकों और राज्य सरकार को होने वाला नुकसान रोका जा सके।