संदिग्ध ऑल्टो कार रोकने पर आरोपियों ने पुलिस पर की फायरिंग, एक आरोपी चकमा देकर हुआ फरार
मुजफ्फरनगर। कोतवाली नगर पुलिस ने देर रात गश्त के दौरान अवैध गोकशी में लिप्त अपराधियों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की। शेरपुरदृबामनहेड़ी मार्ग पर पुलिस ने एक संदिग्ध ऑल्टो कार को रोकने का प्रयास किया, तो उसमें बैठे तीन लोग कार से उतरकर पुलिस पर फायरिंग करते हुए जंगल की ओर भागने लगे। जानलेवा हमले के दौरान पुलिस किसी तरह फायरिंग की जद से बाहर रही और तुरंत घेराबंदी की।
एसएचओ कोतवाली नगर बबलू सिंह वर्मा ने बताया कि चैकिंग के दौरान भाग रहे इन शातिरों को पकड़ने के लिए पुलिस ने आत्मसमर्पण की चेतावनी देने के बावजूद आरोपियों द्वारा लगातार गोलीबारी किए जाने पर जवाबी कार्रवाई की। इसमें दो आरोपीकृहकीकत और नजाकत पुत्रगण मौसम अली निवासी ग्राम शेरपुरकृगोली लगने से घायल हुए और पुलिस ने उन्हें मौके पर ही दबोच लिया। इन शातिरों का साथी तीसरा आरोपी मौके से फरार हो गया, जिसकी पहचान नदीम पुत्र इरशाद निवासी शेरपुर के रूप में हुई, उसकी तलाश को पुलिस टीमें जुटी हैं। घटना स्थल से करीब 50 किलो गोमांस, गोवंशीय अवशेष, गोकशी के औजार, एक संदिग्ध ऑल्टो कार तथा दो अवैध तमंचे और कारतूस बरामद किए गए।

पुलिस ने पशु चिकित्सक डॉ. नीलम सचान को मौके पर बुलाकर बरामद मांस की प्रारंभिक जांच कराई, जिसमें इसे गोमांस बताया गया। विस्तृत जांच के लिए नमूने सील कर भेजे गए हैं, जबकि अवशेषों को नियमानुसार दबवाकर नष्ट कर दिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे गोकशी कर गोमांस बेचकर अवैध कमाई करते हैं। उन्होंने बताया कि तीनों ने मिलकर घर में ही गोकशी की थी और रात के अंधेरे में मांस की आपूर्ति के लिए निकले थे। पुलिस अब इनके नेटवर्क और आपराधिक इतिहास की भी छानबीन कर रही है। इस कार्रवाई में कोतवाली नगर पुलिस टीम, जिसमें उपनिरीक्षक गणेश शर्मा, विक्रांत कुमार तथा सिपाही सचिन, पवन, ललित, देवेंद्र सैनी, अमरदीप, रवि और सनी शर्मा शामिल रहे। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ गौवध निवारण अधिनियम, आयुध अधिनियम, और ठछै की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।






