ईओ डॉ. प्रज्ञा ने लेखाकार प्रीति रानी पर लगाये आदेशों की अवहेलना करने के आरोप, दी चेतावनी तो दोनों के बीच तीखी बहस हो गई।
मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में अधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन रोकने के मामले में कामबंद हड़ताल शुरू होने के साथ ही लड़ाई लंबी होती नजर आ रही है। ऐसे में पालिका में कार्यलय बंद होने पर अधिकारी भी तनावग्रस्त दिखाई दिये। पालिका में कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान अपने कार्यालय पहुंची ईओ ने वेतन जारी करने के आदेश का पालन नहीं होने पर लेखाकार को तलब किया तो दोनों के बीच तीखी बहस हो गई।
ईओ डॉ. प्रज्ञा का कहना है कि 12 सितम्बर को स्वायत्त शासन कर्मचारी संगठन शाखा के अध्यक्ष ब्रजमोहन और महामंत्री सुनील वर्मा ने मुख्य कार्यालय के डाक में पत्र रिसीव कराया। ये पत्र उनको सोमवार सुबह कार्यालय पहुंचने पर मिला। उसी समय उन्होंने लेखाकार को कर्मचारियों का वेतन जारी करने के लिए पत्र पर आदेश करते हुए तत्काल पालन के लिए कहा था, लेकिन वेतन जारी करने में कोई भी गंभीरता नहीं दिखाई गई और नौबत हड़ताल तक पहुंच गई। ईओ ने इसकी जवाबदेही तलब करने के लिए ही अपने कार्यालय में लेखाकार प्रीति रानी को बुलाया तो दोनों के बीच तीखी बहस तकरार में बदल गई।
ईओ के जवाब में लेखाकार ने बताया कि उन्होंने पत्र कार्यवाहक टीएस पारूल यादव को भेज दिया था, क्योंकि आपने वेतन रोके जाने पर आख्या देने के लिए आदेश किया था, वेतन जारी करने के लिए कोई आदेश नहीं दिया। ईओ ने इसे झूठ बताते हुए कार्यवाही की चेतावनी दी तो लेखाकार प्रीति रानी भी अभद्रता करते हुए जो होगा देखा जायेगा, जैसे शब्द कहकर उनके कार्यालय से बाहर चली गई। ईओ का कहना है कि लेखाकार ने अपनी जवाबदेही से बचने के लिए आदेशों की अवहेलना की और उनके साथ अभद्रता की गई, इसके लिए वो जिलाधिकारी को पत्र लिखकर शिकायत करेंगी। वहीं लेखाकार प्रीति रानी का कहना है कि उनको अपमानित किया गया, जबकि वेतन जारी करने का कोई आदेश उनको नहीं मिला है।
नहीं बनी बात-पहले हाजिरी लगाएंगे फिर हड़ताल पर जायेंगे
मुजफ्फरनगर। स्वायत्त शासन कर्मचारी संगठन उत्तर प्रदेश के नगरपालिका परिषद् मुजफ्फरनगर शाखा अध्यक्ष ब्रजमोहन और महामंत्री सुनील वर्मा ने ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह पर कर्मचारियों के हितों की अनदेखी करने के आरोप लगाते हुए बेमियादी हड़ताल करने का ऐलान कर दिया है।
मंगलवार को पालिका में हुई हड़ताल को लेकर संगठन अध्यक्ष ब्रजमोहन ने कहा कि सोमवार और मंगलवार को दोनों दिन ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह अधिकांश समय अपने कार्यालय में उपस्थित रहीं और संज्ञान में होने के बावजूद कर्मचारियों के प्रकरण में भी उन्होंने वार्ता के लिए संगठन के लोगों को नहीं बुलाया, यह खुला टकराव है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को अनदेखी के कारण ही सवेरे सभी कर्मचारियों ने अपने कार्यालय में उपस्थित होकर हाजिरी लगाई और फिर कार्य बहिष्कार किया। संगठन से शाम तक भी कोई वार्ता नहीं की गई, इसलिए बुधवार को भी कार्यालयों में उपस्थिति दर्ज कराने के बाद हड़ताल की जायेगी।
संगठन की ओर से पालिका प्रशासन से समझौता करने के लिए पांच प्रमुख मांग रखी गई हैं। इनमें लगातार अनुपस्थित चल रहे एक अनुचर को छोड़कर सभी का वेतन जारी करने, आकस्मिक अवकाश के लिए पालिका अधिनियम की व्यवस्था लागू करने, पालिका अधिनियम के अनुसार ही लिपिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का स्थानांतरण करने, निर्धारित ड्यूटी टाइम से ज्यादा काम करने पर कर्मियों को वेतन से अलग प्रोत्साहन राशि देने, पंजीकृत कर्मचारी संगठनों के लिए मुख्य सचिव के आदेश का अनुपालन कराने की मांग शामिल हैं।