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कूड़े के विरोध में सड़क पर उतरे लोग, एमआरफ सेंटर कराया बंद

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् के द्वारा गीला और सूखा कूड़ा अलग करने के सरकार के प्रोजेक्ट के रूप में चलवाये जा रहे मल्टी रिकवरी फैसिलिटी ;एमआरएफद्ध सेंटर के संचालन को लेकर विवाद गहरा गया है। रविवार को सुबह कूड़ा लेकर एमआरएफ सेंटर पहुंची जेएस एनवायरो सर्विसेज की टीम का स्थानीय लोगों ने घेराव करते हुए हंगामा किया तो वहीं एमआरएफ सेंटर का रास्ता भी बंद कर दिया। इसी बीच किसान संगठन के लोग भी यहां पहुंचे और लोगों के साथ धरना शुरू करते हुए एमआरएफ सेंटर नहीं चलने देने की चेतावनी दी। मामले में घंटों तक हंगामा चलता रहा।

नगरपालिका परिषद् के द्वारा शहर के रुड़की चुंगी वार्ड 15 के अन्तर्गत एकता विहार में दो एमआरएफ सेंटर स्वच्छ भारत मिशन योजना में स्थापित कराये हैं। इनमें से एक एमआरएफ सेंटर चलाया जा रहा है। शहर में कूड़ा उठान और निस्तारण के लिए पालिका द्वारा जेएस एनवायरो सर्विसेज प्रा. लि. नई दिल्ली से तीन साल का अनुबंध किया है। कंपनी को ही एमआरएफ सेंटर भी चलाकर गीला और सूखा कूड़ा अलग करते हुए निस्तारण कराना है। कंपनी ने रुड़की चुंगी का एमआरएफ सेंटर चलवाना भी शुरू कर दिया था। कांवड़ यात्रा के दौरान इसको सुचारू नहीं रखा गया। अब कंपनी के लोग फिर से यहां पर सेंटर संचालन के लिए कूड़ा लेकर पहुंचे थे, इसी बीच स्थानीय लोगों ने कूड़ा नहीं पहुंचने दिया और प्रदर्शन करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।

कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ऑपरेशन नितेश चौधरी ने बताया कि वो रविवार सुबह दस गाड़ियों से सूखा कूड़ा लेकर एमआरएफ सेंटर पहुंचे थे, तो लोगों के द्वारा सेंटर की ओर जाने वाला रास्ता ही बंद कर दिया था। महिला और पुरुषों की भीड़ ने पूरी टीम को घेर लिया और विरोध शुरू कर दिया। इसी बीच भारतीय किसान मजदूर संगठन के कार्यकर्ता भी यहां पहुंचे और उन्होंने नारेबाजी करते हुए धरना शुरू कर दिया। चेतावनी दी कि एमआरएफ सेंटर चलने नहीं दिया जायेगा, इससे यहां पर गन्दगी के कारण बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ेगा।

ईओ डॉ. प्रज्ञा ने भिजवाई फोर्स, सोमवार को बुलाई मीटिंग

हंगामे और विरोध की जानकारी मिलने पर पालिका ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने तत्काल ही अधिकारियों को अवगत कराया और कुछ ही देर में रुड़की चुंगी चौकी इंचार्ज एसआई नीरज कुमार फोर्स के साथ पहुंचे। उन्होंने भी लोगों से वार्ता कर समझाने का प्रयास किया, लेकिन हंगामा जारी रहा। ईओ डॉ. प्रज्ञा ने बताया कि कांवड़ यात्रा के पूर्व से ही कंपनी एमआरएफ सेंटर का संचालन कर रही है, कांवड़ यात्रा में यहां भीड़ बढ़ जाने के कारण एमआरएफ सेंटर का संचालन सुचारू नहीं हो पाया और वहां कूड़ा ज्यादा दिन पड़ा रहा। इससे लोगों में रोष है। कांवड़ यात्रा के बाद कंपनी सेंटर नहीं चला रही थी, कंपनी को नोटिस देकर जवाब मांगा गया था। इसी बीच रविवार को अचानक कंपनी के लोग कूड़ा लेकर पहंुच गये। ईओ ने बताया कि स्थानीय लोगों से वार्ता की गई, सोमवार को इस मामले में वार्ड के लोगों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया है। आपसी सहमति बनाकर सेंटर का संचालन शुरू करेंगे। 

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