कौशम्बी ने कहा कि यह मेरे लिए एक प्रेरणादायक अवसर रहा। इस पद की जिम्मेदारी को संभालते हुए मैंने जाना कि एक थाना प्रभारी के कंधों पर कितना बढ़ा दायित्व होता हैं।
मुजफ्फरनगर। जनपद मुजफ्फरनगर में पुलिस प्रशासन द्वारा संचालित मिशन शक्ति 5.0 अभियान के अंतर्गत बेटियों को सशक्तिकरण का अनुभव कराने की पहल लगातार जारी है। इसी कड़ी में एक नई मिसाल पेश करते हुए कु. कौशापम्बी पंवार को एक दिन के लिए साइबर क्राइम थाना का प्रभारी नियुक्त किया गया। कौशाम्बी न केवल कार्यालय की कमान संभाली, बल्कि साइबर अपराध से जुड़े मामलों की गंभीरता को भी समझा और कुछ मामलों के त्वरित निस्तारण की प्रक्रिया में भागीदारी निभाई।
कौशम्बी पंवार को मिशन शक्ति 5.0 के तहत यह जिम्मेदारी सौंपी गई, ताकि वे पुलिस कार्यशैली, जांच प्रक्रिया और शिकायतों के समाधान के तौर-तरीकों को नजदीक से समझ सकें। अमित पंवार एवं अलका मलिक की सुपुत्री कौशम्बी पंवार ने साइबर क्राइम से संबंधित मामलों की जांच प्रक्रियाओं, एफआईआर दर्ज करने की प्रणाली तथा डिजिटल अपराधों की रोकथाम हेतु अपनाए जा रहे आधुनिक तकनीकी उपायों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने साइबर क्राइम थाने में मौजूद स्टाफ से मुलाकात कर उनकी भूमिका और कार्यपद्धति को भी समझा। इसके अलावा, कौशम्बी ने थाने पर पहुंचने वाली आम जन की शिकायतों को सुना और साइबर थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर सुल्तान सिंह व अन्य स्टाफ की मदद से उनका समाधान भी किया।
मीडिया से बातचीत में कौशम्बी ने कहा कि यह मेरे लिए एक प्रेरणादायक अवसर रहा। इस पद की जिम्मेदारी को संभालते हुए मैंने जाना कि एक थाना प्रभारी के कंधों पर कितना बढ़ा दायित्व होता हैं। खासकर साइबर क्राइम जैसे तकनीकी मामलों में तुरंत और सटीक निर्णय लेना कितना जरूरी होता है। साइबर थाना प्रभारी ने कहा कि मिशन शक्ति 5.0 का उद्देश्य महिलाओं एवं बालिकाओं में आत्मविश्वास जागृत करना, उन्हें प्रशासनिक कार्यों से परिचित कराना तथा समाज में उनकी भूमिका को सशक्त बनाना है। मुजफ्फरनगर पुलिस प्रशासन इस दिशा में लगातार प्रयासरत है, और बेटियों को एक दिन की जिम्मेदारी देकर उनके भविष्य की नींव मजबूत कर रहा है। मिशन शक्ति की नोडल अफसर एसपी क्राइम इंदू सि(ार्थ का कहना है कि बेटियों को प्रशासनिक अनुभव देने का यह प्रयास न केवल उनके आत्मबल को बढ़ाता है, बल्कि उन्हें नेतृत्व की भावना से भी ओतप्रोत करता है। कौशम्बी जैसी होनहार बेटियों को ऐसे मंच पर लाना समाज को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।






