शहर के 55 वार्डों में होंगे 50 करोड़ की लागत से विकास कार्य, पेयजल सूधार और लाइट खरीद को मिलेगी हरी झंडी
मुजफ्फरनगर। शहर की विकास यात्रा को नई रफ्तार देने के लिए नगर पालिका परिषद् की अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप अब लगभग 80 करोड़ रुपये की विशाल नगरीय विकास योजना लेकर आई हैं। आगामी 13 अक्टूबर को आयोजित बहुप्रतीक्षित पालिका बोर्ड की बैठक में यह ऐतिहासिक एजेंडा सदन में प्रस्तुत करने की तैयारी शुरू की जा चुकी हैं। मीनाक्षी स्वरूप की इस विकास योजना के अंतर्गत शहर के 55 वार्डों में लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत से व्यापक विकास कार्य कराए जाएंगे, जिसमें सड़क, नाली, जलनिकासी और सुदृढ़ पेयजल आपूर्ति पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके साथ ही पेयजल सुधार परियोजनाओं और शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को संवारने के लिए भी प्रमुख प्रस्ताव शामिल किये गये हैं। यह योजना मीनाक्षी स्वरूप के अब तक के कार्यकाल का सबसे बड़ा विकास एजेंडा साबित हो सकती है।
नगरपालिका परिषद् की बोर्ड मीटिंग 3 जून के बाद नहीं हो पाई है। अब करीब चार माह बाद शहरी विकास के लिए कई बड़ी योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए बोर्ड मीटिंग तय की गई है। पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप की स्वीकृति मिलने के बाद अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह ने शनिवार देर शाम 128 प्रस्ताव वाला भारी भरकम एजेंडा जारी कर दिया है, जिसके अनुसार 13 अक्टूबर को पूर्वान्ह 11 बजे पालिका सभाकक्ष टाउनहाल में बोर्ड मीटिंग प्रस्तावित की गई है। इस एजेंडे में सामान्य तौर पर कांवड़ यात्रा, अग्निवीर सेना भर्ती, कर्मचारियों को ठण्डी वर्दी, चिकित्सा प्रतिपूर्ति और पालिका भवनों में मरम्मत के प्रस्ताव तो शामिल किये ही गई हैं, साथ ही शहरी विकास के लिए कई बड़ी योजनाओं में पेयजल आपूर्ति को सुधारने, पथ प्रकाश व्यवस्था को पटरी पर लाने और सीसी सड़कों का जाल बिछाने की बड़ी पहल की गई है।
पालिका प्रशासन के द्वारा जारी एजेंडे में पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने शहरी के चहुंमुखी विकास को प्राथमिकता दी है। सभी 55 वार्डों में करीब 50 करोड़ रुपये की धनराशि से सीसी सड़क व अन्य विकास कार्यों को शामिल किया गया है। इसमें कई बड़ी सड़कें और नालों के निर्माण कार्य भी शामिल हैं। 44 करोड़ 85 लाख 36 हजार 550 रुप्ये की लागत से 55 वार्डों में सुभल आवागमन और जल निकासी, सौन्दर्यकरण आदि के लिए 337 कार्य प्रस्तावित किये गये हैं तो वहीं सभी वार्डों में 01 करोड़ 72 लाख 25 हजार रुपये की लागत से चैनल, नाली पुलिया और सड़क मरम्मत के 56 कार्य अलग से शामिल किये गये हैं।
इस बार की बोर्ड बैठक में शहरी पथ प्रकाश व्यवस्था को संवारने के लिए पालिकाध्यक्ष ने बड़ा निर्णय लिया है। करीब दो साल से नई लाइटों की खरीद का मामला शिकायतों और जांच में अटक जाने के कारण पालिकाध्यक्ष ने लाइट खरीद के साथ ही हाईमास्ट लाइट, फैंसी स्ट्रीट लाइट और सेमी हाईमास्ट लाइट लगाने के लिए अलग अलग प्रस्ताव शामिल किये हैं। इनमें एटूजैड चौराहा, सुरेन्द्र नगर कालोनी चौराहा, नई मंडी चौराहा सहित अन्य पांच स्थानों पर 16 मीटर हाईमास्ट लाइट लगेंगी। नई मंडी, गांधी कालोनी, पटेलनगर, गांधीनगर, कूकड़ा, प्रेमपुरी ईदगाह, हनुमान चौक आबकारी रोड, अंसारी रोड, सदर बाजार में 72 से 84 वॉट की एलईडी फैंसी लाइट लगाने की योजना है। 75 और 45 वॉट की करीब 3000 नई एलईडी स्ट्रीट लाइट खरीदने का प्रस्ताव भी शामिल किया गया है।
इसके साथ ही पालिका में सीमा विस्तार के बाद कार्य विभाजन के प्रस्ताव को भी लाया जा रहा है। इसमें पालिका के वर्तमान में बने 55 वार्डों को 8 हल्कों के बजाये 12 हल्कों में विभाजित करने का प्रस्ताव है, ताकि कर्मचारियों पर कार्य का बोझ कम होने के साथ ही लोगों को सुलभ व्यवस्था बने। अचल सम्पत्ति नामांतरण के लिए अंतिम निर्णय के अभाव में लटकी 650 पत्रावलियों का निस्तारण कराने के लिए बोर्ड अधिशासी अधिकारी को अधिकार देने का निर्णय भी ले जा रहा है।
इस एजेंडे को लेकर पालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने कहा है कि यह योजना केवल अधोसंरचना सुधार नहीं बल्कि स्मार्ट और सुगम शहर की दिशा में एक ठोस कदम है। पालिका बोर्ड की बैठक में यदि यह प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो आने वाले महीनों में शहरवासियों को जमीनी स्तर पर बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। यह योजना न केवल शहर की वर्तमान जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई है, बल्कि भविष्य की आवश्यकताओं को भी दृष्टिगत रखते हुए तैयार की गई है। 13 अक्टूबर को होने वाली पालिका बोर्ड मीटिंग में यह महत्वाकांक्षी प्रस्ताव वाला एजेंडा सदन की सहमति से पारित होगा और शहर के विकास की राह में एक निर्णायक मोड़ भी साबित होगा।






