मुजफ्फरनगर। मंगलवार को मूसलधार बारिश के बीच मेरठ रोड स्थित नुमाइश मैदान और स्टेडियम में अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया के तहत जिले के 900 से अधिक युवाओं ने दौड़ में हिस्सा लेकर यह साबित कर दिया कि देशसेवा का सपना किसी भी बाधा की चुनौती में नहीं ठहरता, सेना की वर्दी को हासिल करने के लिए मुजफ्फरनगर की चार तहसीलों से आये युवा पूरे जोश और उत्साह से बारिश के बीच ही जमकर दौड़े। इस दौरान यहां आये हर युवा की आंखों में वर्दी पहनने का जुनून साफ झलक रहा था, लेकिन अधिकांश युवाओं का सपना टूटा और वो निराश होकर नए अवसर का लक्ष्य लेकर वापस लौट गये। मुजफ्फरनगर के युवाओं के अवसर के साथ ही भारतीय सेना की अग्निवीर जीडी सैनिक की भर्ती पूरी हो गई। अब अग्निवीर टैक्निकल, ट्रेडसमैन और और क्लर्क एवं स्टोर कीपर के लिए भर्ती कराई जायेगी।
मुजफ्फरनगर में इन दिनों अग्निवीर सेना भर्ती का माहौल जोरों पर है। 22 अगस्त से शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। मंगलवार को जिले की चारों तहसीलों सदर, बुढाना, खतौली और जानसठ कृसे चुने गए 947 अभ्यर्थियों ने अग्निवीर जीडी (जनरल ड्यूटी) के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा में भाग लिया। हालांकि इनमें से कुछ युवाओं का सपना 1600 मीटर की महज कुछ सेकेंड की दूरी से टूट गया, लेकिन उनका हौसला देखने लायक था। बारिश के बीच भर्ती स्थल पर पहुंचे अभ्यर्थियों ने नियमों का पालन करते हुए दौड़, बीम और संतुलन जैसे सभी शारीरिक परीक्षण पूरे किए। सेना की ओर से इस बार व्यवस्थाएं पहले से अधिक सुदृढ़ की गई थीं। भर्ती स्थल पर पहली बार पक्के ट्रैक पर दौड़ करवाई गई, जिससे पिछली बार जैसी कीचड़ और चोट की स्थिति से युवाओं को राहत मिली।
भर्ती निदेशक कर्नल सत्यजीत बेबले (एआरओ मेरठ) ने बताया कि इस बार अग्निवीर योजना के अंतर्गत शारीरिक दक्षता परीक्षा में बेहतर प्रबंध किए गए हैं, जिससे युवाओं को कोई असुविधा न हो। मंगलवार को मुजफ्फरनगर के अभ्यर्थियों के साथ ही अग्निवीर जीडी की भर्ती पूरी कर ली गई। बुधवार को इस भर्ती रैली में अग्निवीर टेक्निकल की शारीरिक दक्षता परीक्षा होगी, जिसमें 13 में से 11 जनपदों अमरोहा, बागपत, बिजनौर, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़, रामपुर, सहारनपुर, शामली और मुजफ्फरनगर के कुल 1189 अभ्यर्थी भाग लेंगे। परीक्षा की शुरुआत सुबह 5 बजे से दौड़ के साथ होगी।
मुजफ्फरनगर में यह सेना की पांचवीं भर्ती प्रक्रिया है, और अग्निपथ योजना के तहत दूसरी। इस बार तकरीबन 17,000 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं, जिन्होंने पहले लिखित परीक्षा पास की थी। भर्ती के शुरुआती वर्षों में अभ्यर्थियों को चौधरी चरण सिंह स्टेडियम में दौड कराई जाती थी। 2022 की भर्ती में बारिश ने बड़ी बाधा पैदा की। स्टेडियम के कच्चे ट्रैक पर उनको कीचड़ में दौड़ना पड़ता था, जिससे कई घायल भी हुए। लेकिन इस बार सेना और जिला प्रशासन की सटीक तैयारी से युवाओं को राहत मिली है। नुमाइश मैदान के पक्के 400 मीटर के ट्रैक के कारण बारिश कोई बाधा नहीं बन पाई।