नई दिल्ली । असदुद्दीन ओवैसी ने खुद पर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर किए गए हमले को लेकर संसद में सवाल उठाया कि आखिर मुझ पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ यूएपीए क्यों नहीं लगाया गया। उन्होंने कहा, 'मैंने 6 फुट करीब से गोलियां देखी हैं। हो सकता है कि कल मैं न बोल पाऊं। मेरे बारे में हरिद्वार, रायपुर और इलाहाबाद में क्या-क्या नहीं कहा गया। मुझे जेड कैटिगरी सिक्योरिटी नहीं चाहिए। मैं आजाद जिंदगी चाहता हूं। मैं घुटन के साथ इस दुनिया में नहीं रहना चाहता। मैं अपनी आवाज गरीबों के लिए उठाना चाहता हूं। मेरी जान तब बचेगी, जब गरीब की जिंदगी बचेगी।'
ओवैसी ने खुद पर हमले को लेकर कहा कि आखिर इस तरह का जहर कैसे लोगों में पैदा किया जा रहा है। यह सोचने की बात है और डिरैडिकलाइजेशन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे जेड कैटिगरी की सिक्योरिटी नहीं चाहिए बल्कि ए कैटिगरी के नागरिक बनाएं। असदुद्दीन ओवैसी ने यह भी कहा कि वह यूपी में चुनाव प्रचार बंद नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मौत तो सबकी आनी है, लेकिन मैं गोली चलाने वालों से डरने वाला नही हूं। आप आरोपियों पर यूएपीए लगाएं। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जब पीएम की सुरक्षा में चूक हुई थी तो मैंने सबसे पहले बोला था। ओवैसी ने कहा कि पंजाब में पीएम की सुरक्षा में चूक पर सबसे पहले मैंने बोला था। इस पर सेक्युलर पार्टियों ने मुझसे पूछा भी कि ओवैसी आपने क्यों बोला है। इस बीच असदुद्दीन ओवैसी पर हमला करने वाले दोनों युवकों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। बता दें कि गाजियाबाद के डासना के पास स्थित छिजारसी में दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर गुरुवार की शाम करीब 6 बजे कार सवार दो युवकों ने फायरिंग कर दी थी। इसमें ओवैसी की कार के टायर में भी गोली लगी। जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए दोनों आरोपियों को पकड़ लिया था। दोनों आरोपी को पकड़कर पुलिस थाने ले आई थी। आज दोनों को अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया।