हर विधानसभा क्षेत्र में एक पोलिंग स्टेशन का संचालन महिलाएं करेगी - मुख्य चुनाव आयुक्त। जानिए इस बार चुनाव मे और क्या-क्या होगा बदलाव
80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग व्यक्ति और कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति पोस्टल बैलेट से मतदान कर सकते हैं
नई दिल्ली। आज प्रेस वार्ता मे जानकारी देते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने जानकारी देते हुए बताया की 10 फरवरी से यूपी में मतदान शुरु होगें। यूपी मे कुल सात चरणों मे चुनाव सम्पन्न होगे।चुनाव आयोग ने कहा इनके साथ ही पांच राज्यो मे भी सात चरणों में चुनाव होंगे। उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले दौर का मतदान होगा। 10 मार्च को सभी राज्यों में मतगणना होगी। चुनाव आयोग ने बताया कि हमने इस दौरान चुनाव तैयारियों की समीक्षा की है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि पोलिंग स्टेशन पर मतदाताओं की संख्या में कमी के कारण हमें मतदान केंद्रों को बढ़ाकर 30,330 करना होगा। इससे कुल मतदान केंद्रों की संख्या 2,15,368 हो गई है।
कोरोना नियमों के साथ चुनाव कराए जाएगे। जिसमे गोवा 40सीट, उत्तर प्रदेश 403 सीट, पंजाब 117 सीट, उत्तराखण्ड 70 सीट, मणिपुर 60 सीट पर चुनाव होने है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र ने कहा कि इस बार आयोग ने तीन लक्ष्यों पर काम किया है। ये लक्ष्य हैं आसान और कोविड सेफ चुनाव के साथ साथ मतदाताओं की ज्यादा से ज्यादा से ज्यादा भागीदारी। कोरोना काल में पांच राज्यों की 690 विधानसभा क्षेत्रों कोविड सेफ चुनाव कराना बेहद चुनौती भरा काम है। इन चुनावों में 18 करोड़ से ज्यादा वोटर हिस्सा लेंगे। सुशील चंद्र ने कहा कि इस बार 16 फीसद पोलिंग बूथ बढ़ाए गए हैं। 2,15 लाख से ज्यादा पोलिंग स्टेशन बने हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र ने कहा कि सर्विस मतदाता को मिलाकर 18.34 करोड़ मतदाता इस चुनाव में हिस्सा लेंगे जिनमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं। 24.9 लाख वोटर पहली बार वोट डालेंगे। हर बूथ पर 1250 मतदाता वोट डाल सकेंगे।
हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक पोलिंग स्टेशन ऐसा होगा जिसका संचालन पूरी तरह से महिलाओं के हाथ में होगा। यहां तक की इस पोलिंग स्टेशन पर सुरक्षाकर्मी भी महिलाएं ही होंगी। 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग व्यक्ति और कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति पोस्टल बैलेट से मतदान कर सकते हैं। चुनाव ड्यूटी में लगे सभी अधिकारी ऐसे होंगे जो टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं। उन्हें एहतियाती अतिरिक्त खुराक भी दी जा सकेगी। डोर टूट डोर कैंपेन के लिए केवल 5 लोगों को ही इजाजत होगी। रैलियों पर 15 जनवरी तक रोक रहेगी। 15 जनवरी तक किसी तरह की रैली, रोड शो और पदयात्रा नहीं होगी। नुक्कड़ सभा, बाइक रैली पर भी रोक। कैंपेन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी होगा। घर.घर जाकर पांच लोगों को प्रचार करने की अनुमति होगी। जीत के बाद विजय जुलूस पर रोक रहेगी।
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