खुल गई गठवाला खाप की गांठ, सिसौली नरेश खुश

5 सितम्बर की किसान महापंचायत को राजेन्द्र मलिक ने दिया खाप का समर्थन, जिम्मेदारी संभालेंगे गठवाला वालिंटियर, उमेश मलिक के विरोध के बाद बालियान और गठवाला खाप में बढ़ रही थीं दूरियां, गौरव टिकैत ने किया जीआईसी मैदान का निरीक्षण, तैयारियों का लिया जायजा

Update: 2021-08-30 08:35 GMT

मुजफ्फरनगर। सिसौली में भाजपा विधायक उमेश मलिक के विरोध के कारण भाजपा और भाकियू के बीच बने गतिरोध के साथ ही गठवाला खाप की नाराजगी ने 5 सितम्बर को संयुक्त किसान मोर्चा की किसान महापंचायत को लेकर भी कई सवाल खड़े कर दिये थे, लेकिन गठवाला खाप को मनाने के लिए सिसौली नरेश के प्रयास आखिरकार सफल हो गये हैं। उमेश मलिक के खिलाफ प्रदर्शन से गठवाला खाप में बनी नाराजगी की गांठ खुल गई है और गठवाला के बाबा राजेन्द्र चौधरी ने किसान महापंचायत के समर्थन का ऐलान कर दिया है। इस महापंचायत में भाकियू कार्यकर्ताओं के साथ गठवाला के वालिंटियर भी कंधे से कंधा मिलाकर व्यवस्था संभालने को तैयार हो चुके हैं। इतना ही नहीं यहां आने वाले किसानों के लिए गठवाला खाप ने भोजन शिविर लगाने का भी ऐलान किया है। वहीं इस महापंचायत की तैयारियों को लेकर भाकियू युवा मोर्चा भी कमर कस रही है। मोर्चा के अध्यक्ष गौरव टिकैत ने आज जीआईसी मैदान का निरीक्षण करते हुए व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

बता दें कि सिसौली में भाजपा के बुढ़ाना सीट से विधायक उमेश मलिक का भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने भारी विरोध करते हुए उनकी गाड़ी पर काला तेल फैंका था। इतना ही नहीं भाकियू कार्यकर्ताओं ने पुलिस के सामने ही विधायक की गाड़ी में तोड़फोड़ की। इसके बाद भाजपा और भाकियू के बीच पूरी तरह से तलवारें खिंच गयी थी। उमेश मलिक ने गठवाला खाप को साथ लेकर अपनी रणनीति बनाई तो वहीं भाकियू प्रमुख चौ. नरेश टिकैत ने भी यूनियन की पंचायतों का दौर शुरू करने के साथ ही बालियान खाप का मुखिया होने के नाते अपनी नाराजगी उमेश मलिक और भाजपा के प्रति जाहिर की थी। इससे बालियान खाप और गठवाला खाप में भी दूरियां बढ़ने लगी थी, हालांकि नरेश टिकैत ने गठवाला खाप का समर्थन पाने के लिए प्रयास भी शुरू कर दिये थे। इसके लिए कांग्रेस नेता पूर्व सांसद हरेन्द्र मलिक भी भाकियू के साथ खड़े हुए। इसी बीच गठवाला खाप के मुखिया चौधरी राजेन्द्र मलिक ने 5 सितम्बर को आयोजित होने वाली किसान पंचायत का बहिष्कार कर दिया था, लेकिन अब कहीं जाकर गठवाला की नाराजगी को दूर करने में सिसौली नरेश सफल हो गये हैं।


रविवार को आज गठवाला खाप के बड़े गांव कुरावा में पंचायत भवन में एक किसान पंचायत का आयोजन किया गया। इस पंचायत में भाकियू मुखिया और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत व कांग्रेस नेता पूर्व सांसद हरेन्द्र मलिक भी शामिल हुए। इस पंचायत में चौ. नरेश टिकैत ने गठवाला खाप से 5 सितम्बर की किसान महापंचायत के लिए समर्थन की अपील की और 5 सितंबर को मुज़फ्फरनगर के जीआईसी मैदान में महापंचायत को सफल बनाने हेतु अधिक से अधिक संख्या में पहुचने का आह्वान किया। नरेश टिकैत ने कहा कि यह हमारी घर की लड़ाई है, घर में निपट गयी है। हमें अब समाज के लिए खड़ा होना है। किसानोें के हितों के लिए हाथ मिलाना है। पंचायत में गठवाला खाप के मुखिया चौधरी राजेन्द्र मलिक ने अपनी नाराजगी को दूर करते हुए 5 सितम्बर की महापंचायत को सफल बनाने में समर्थन का ऐलान किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस महापंचायत की सफलता के लिए भाकियू कार्यकर्ताओं के साथ गठवाला के वालिंटियर भी जिम्मेदारी में हाथ बटायेंगे और यहां आने वाले किसानों के लिए भोजन शिविर का आयोजन भी खाप की ओर से किया जायेगा। नरेश टिकैत ने कहा कि हमने कहा था कि सभी कुछ जल्द ही ठीक होगा, लेकिन मीडिया के लोग अनाप शनाप खबरें निकालकर समाज को बांटने में जुटे थे।

पंचायत में बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत, गठवाला खाप के चौधरी राजेन्द्र मलिक, थाम्बेदार बहावड़ी श्याम सिंह, थाम्बेदार फुगाना वीरसेन, थाम्बेदार गांव लांक रविन्द्र चौधरी, लाटियान खाप के चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने संयुक्त रूप से पंचायत को सफल बनाने की घोषणा की।

वहीं आज सोमवार को भाकियू युवा मोर्चा के अध्यक्ष गौरव टिकैत ने यूनियन के अन्य पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ जीआईसी मैदान का निरीक्षण करते हुए वहां पर की जा रही व्यवस्थाओं का जायजा लिया। शाहिद आलम भी उनके साथ रहे। गौरव टिकैत ने कहा कि किसानों के अधिकार की लड़ाई के लिए सभी एकजुट हैं, समाज में कोई बंटवारा नहीं है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के इतिहास में यह महापंचायत ऐतिहासिक होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकारें इस महापंचायत को विफल बनाने और इससे ध्यान भटकाने की साजिश रच रही हैं। हरियाणा के करनाल में बस्ताड़ा टोल पर आन्दोलित किसानों पर लाठी चार्ज भाजपा सरकार का ऐसा ही एक दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय प्रयास है। किसान इसका जवाब संघर्ष से देंगे। इसके लिए देशभर के किसान पूर्ण रूप से तैयार रहें। संयुक्त किसान मोर्चा की यह महापंचायत नया अध्याय लिखेगी। 

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