कोक्को ने भाजपा से छीनी 4 सीट, शहर में कपिल का जलवा
- खतौली में विक्रम सैनी का जादुई तिलिस्म को नहीं तोड़ पाया गठबंधन का सियासी समीकरण - बुढ़ाना, चरथावल, पुरकाजी और मीरापुर में गठबंधन प्रत्याशियों ने भाजपा को पछाड़ा - मीरापुर में भाजपा को भारी पड़ा पैराशूट प्रत्याशी, अप्रत्याशित रहा सदर सीट का चुनाव परिणाम
बुढ़ाना विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम जिले में सबसे बड़ी जीत और हार के अंतर वाला चुनाव रहा है। यहां पर सपा रालोद गठबंधन के प्रत्याशी पूर्व विधायक राजपाल बालियान ने 28422 वोटों के बड़े अंतर से भाजपा के प्रत्याशी विधायक उमेश मलिक को पराजित किया। इस सीट पर जीत और हार के लिए वोटों का बंटवारा एक लाख से ऊपर में हुआ। भाजपा प्रत्याशी उमेश मलिक ने 102094 वोट हासिल किये, लेकिन एक लाख से ज्यादा वोट लेने के बाद भी वह अपनी जीत को कायम नहीं कर पाये, क्योंकि गठबंधन के राजपाल बालियान ने यहां पर 130516 वोट पाकर जीत हासिल की। बुढ़ाना सीट पर अंतिम राउण्ड में केवल एक ही टेबल पर गिनती हुई और बूथ संख्या 404 पर पड़े 736 वोटों में से उमेश मलिक को 416 और राजपाल बालियान को 52 वोट मिले। इस सीट पर बसपा के मौहम्मद अनीस को 10360 और कांग्रेस के प्रत्याशी देवेन्द्र कुमार को 2439 वोट मिले हैं। राजपाल बालियान इससे पूर्व दो बार विधायक रह चुके हैं। वे दोनों बार खतौली से लड़े, लेकिन पिछला चुनाव बुढ़ाना से लड़े और हार गये थे। यह उनका चौथा चुनाव था। इसके साथ ही मीरापुर सीट पर गठबंधन प्रत्याशी चंदन सिंह चौहान ने भाजपा प्रत्याशी प्रशांत चौधरी को पराजित किया। खतौली में भाजपा प्रत्याशी विधायक विक्रम सैनी ने अपनी सीट बचाते हुए यहां पर गठबंधन के राजपाल सैनी को बड़े अंतर से पराजित किया है।