भाजपाईयों से पंगा-चार दिन में दो इंस्पेक्टरों पर गाज, अब छपार कोतवाल लाइन हाजिर
अपराध नियंत्रण में विफल होने के नाम पर एसएसपी की इंस्पेक्टर पवन कुमार शर्मा पर गिरी गाजा, पुलिस लाइन से इंस्पेक्टर यशपाल सिंह को थाना छपार की कमान
मुजफ्फरनगर। दिल्ली से लेकर लखनऊ तक अपनी मजबूत सरकार होने के बाद भी मान सम्मान के लिए दर-दर की ठोंकरें खाने को विवश हो रहे भाजपाईयों का उत्साह अब चरम पर है। पिछले चार दिनों में दो थाना प्रभारियों को भाजपा कार्यकर्ताओं से पंगा लेना मंहगा पड़ा है। पुरकाजी थाना प्रभारी के बाद अब एसएसपी अभिषेक यादव द्वारा छपार थाना प्रभारी का लाइन हाजिर कर दिया गया है। पुलिस ने कप्तान ने अपराध नियंत्रण में विफल होने पर यह कार्यवाही की है, लेकिन पर्दे के पीछे की कहानी कुछ ओर ही है। इन दोनों कार्यवाही से यूपी में अपनी सरकार के तीन साल के बाद आज भाजपा कार्यकर्ता अपना मनोबल बढ़ता मान रहा है।
बता दें कि जनपद में भाजपा नेताओं के साथ पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर अभद्रता के मामले कई बार सामने आये, हो हल्ला मचा, अपनी ही सरकार में भाजपाईयों ने डीएम दफ्तर से लेकर पुलिस आफिस तक धरने और प्रदर्शन किये, लेकिन ऐसे मामले मान मनौव्वल और बड़े नेताओं के कोरे आश्वासन के बाद कराये गये सुलह समझौतों से शांत ही हो गये, लेकिन पिछले चार दिनों में जिस तरह से भाजपाईयों से पंगा लेना पुलिस अफसरों को महंगा साबित हुआ है, वह जनपद में चर्चाओं का कारण बन रहा है।
पहले पुरकाजी और अब छपार थाना प्रभारी थानों की कुर्सी से 'लाइन' का तमगा देकर अलग कर दिये गये हैं। एसएसपी अभिषेक यादव द्वारा बुधवार की देर रात अपराधों पर अंकुश नहीं लगाने और लापरवाही बरतने के आरोप में पुरकाजी विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत छपार थाना प्रभारी इंस्पेक्टर पवन कुमार शर्मा को लाइन हाजिर कर दिया। उनके स्थान पर पुलिस लाइन से इंस्पेक्टर यशपाल सिंह को छपार का नया थाना प्रभारी बनाया गया है। इससे चार दिन पहले सोमवार की देर शाम एसएसपी ने पुरकाजी थाने के प्रभारी सुभाष गौतम को भी अपराध नियंत्रण में लापरवाही के आरोपों के कारण लाइन हाजिर किया था। जबकि चार दिनों में पुलिस कप्तान द्वारा पुरकाजी विधानसभा क्षेत्र के दो थानों के प्रभारियों को अचानक ही लाइन हाजिर करने के मामले में पर्दे के पीछे की कहानी कुछ ओर ही है। पुरकाजी के थाना प्रभारी सुभाष गौतम पर भाजपा के पुरकाजी मंडल अध्यक्ष के साथ थाने में ही अभद्रता करने के आरोप थे। भाजपाईयों ने मोर्चा खोलते हुए थाने में ही धरना भी दे दिया था। इसके बाद ही यकायक एसएसपी का आदेश जारी कर दिया गया था। ऐसा ही कुछ मामला छपार थाना प्रभारी के लाइन हाजिर होने के पीछे भी जुड़ा हुआ है।
सूत्रों के अनुसार छपार थाना क्षेत्र के एक गांव में गोकशी के मामले में आरोपी के खिलाफ की गयी शिकायत में कार्यवाही नहीं करना और इसमें भाजपा कार्यकर्ताओं के आवाज उठाने पर उनके साथ अभद्रता करने के आरोप छपार इंस्पेक्टर पवन कुमार शर्मा पर लगाये गये थे। इस मामले में विधायक प्रमोद उटवाल से भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिकायत की थी। इसके लिए उन्होंने एसएसपी अभिषेक यादव से बात की, वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला व अन्य नेताओं को भी अवगत कराते हुए इसमें कार्यवाही पर जोर दिया। भाजपा नेताओं का दबाव बना तो चार दिन में ही दूसरा थाना प्रभारी भी लाइन में आमद कराता नजर आया। पुरकाजी विधानसभा क्षेत्र के दो थानों में पुलिस अफसरों को लाहन पहुंचाने की इस कार्यवाही ने जनपद में भाजपा कार्यकर्ताओं के निर्मल मनोबल को सबल देने का काम किया है। इस मामले में लोगों के बीच चर्चाओं का दौर चल रहा है। ज्ञात रहे इससे पहले भाजपा नेताओं के साथ नई मण्डी थाने में थाना प्रभारी के व्यवहार को लेकर भाजपाईयों ने बड़ा हंगामा किया था, तो इसमें भाजपा के बड़े नेताओं के घर पर भी बैठकों का दौर चला। इसके बाद सिविल लाइन थाने के एक दरोगा के व्यवहार को लेकर भाजपाईयों के तेवर चढ़े, लेकिन यह दोनों मामले हाॅट होने के बाद भी भाजपा नेताओं ने सुलह समझौते के आधार पर निपटा दिये थे। इससे भाजपा कार्यकर्ताओं के मन में मान सम्मान के नाम पर एक टीस सी बाकी रह गयी थी।