MUZAFFARNAGAR-डाक कांवड़ियों की भागमभाग में सभी व्यवस्था हुई धड़ाम
भोले के भक्तों ने शिव चौक पर की परिक्रमा, तेज रफ्तार वाहनों को संभालने में छूटे पुलिसकर्मियों के पसीने
मुजफ्फरनगर। भगवान आशुतोष के जलाभिषेक के लिए साल 2024 का कांवड़ मेला बुधवार को अपनी विदाई बेला की ओर बढ़ता दिखाई दिया। पैदल कांवड़ियों और डीजे कांवड़ों के शोर और बम बम और हर हर महादेव के जयघोष के बीच डाक कांवड़ियों की भागमभाग ने भक्ति और आस्था का एक कौतूहल पैदा किया। डाक कांवड़ों की तेज रफ्तार को थामने के लिए शिव चौक से लेकर हाईवे तक पुलिस कर्मियों के पसीने छूटते नजर आये तो वहीं डाक कांवड़ों की दौड़ शुरू होने के साथ ही बुधवार को कांवड़ मार्ग पर की गई तमाम व्यवस्थाएं बौनी साबित होती दिखाई दी। इस बार डाक कांवड़ों की भागमभाग को कंट्रोल करने के लिए अस्थाई स्पीड ब्रेकर भी बने नजर नहीं आये।
बुधवार को कांवड़ यात्रा अपने शिखर पर पहुंचकर अब विदाई बेला की ओर उतरती नजर आई। इस दौरान कांवड़ मार्ग पर शहर से हाईवे तक पैदल कांवड़ियों की भीड़ के बीच ही डाक कांवड़ों के शोर और भागमभाग ने इस यात्रा के चरमोत्कर्ष पर पहुंचने का इशारा भी दे दिया। डाक कांवड़ों का दौर यूं तो मंगलवार की रात से ही शुरू हो गया था और मुजफ्फरनगर के रास्ते डाक कांवड़ियों की हरिद्वार की ओर दौड़ लगती नजर आई, लेकिन बुधवार की सुबह से ही हरिद्वार की ओर जाने और हरिद्वार से गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर दौड़ लगाने वाले कांवड़ियों की भीड़ ने भगवान शिव की भक्ति और आस्था की एक नई इबारत लिखने का काम किया। कांवड़ियों ने पूरी आस्था के साथ भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए हाथ में डाक कांवड़ लेकर उत्साह के साथ दौड़ लगाई।
सड़कों पर डाक कांवड़ दौड़ी, दिनभर कांवड़ियों की भागमभाग रही। इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मार्गों का निरीक्षण करते हुए व्यवस्था बनाने का प्रयास भी किया। डाक कांवड़िए दिल्ली-देहरादून हाईवे, पानीपत-खटीमा हाईवे और मुजफ्फरनगर से बड़ौत जाने वाले मार्ग पर खूब दौड़े। शहर में रुड़की रोड पर बुधवार देर रात तक डाक कांवड़ियों की इस दौड़ ने अदभुत नजारा पेश किया। शिव चौक की परिक्रमा लगाकर कांवड़िए अपने-अपने क्षेत्र के शिवालयों की ओर से आगे बढ़ गए। डाक कांवड़ बागपत के पुरा महादेव मंदिर के लिए बुढ़ाना मोड़ से होते हुए शाहपुर-बड़ौत मार्ग से होकर गुजरी। हाईवे पर डाक कांवड़ की भीड़ के कारण पुलिस को व्यवस्था बनाने में पसीने छूट गए। दुर्घटना बढ़ने का खतरा देखते हुए पुलिस को कई स्थानों पर बेरिकेडिंग भी करनी पड़ी, लेकिन डाक कांवड़ियों की भागमभाग और तेज रफ्तार में तमाम व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हुई। इस बार शहर में डाक कांवड़ों की रफ्तार पर अंकुश लगाने के लिए भगत सिंह रोड, शामली रोड, रुड़की रोड और मेरठ रोड पर बनाये जाने वाले अस्थाई स्पीड ब्रेकर भी बुधवार को नजर नहीं आये।