MUZAFFARNAGAR--जेई संग मारपीट में कार्यवाही न होने से रोष
विद्युत विभाग के अधिकारियों ने किया डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन, पुलिस पर उठाये सवाल, जेई से मारपीट में तीन लोगों के खिलाफ दर्ज है शहर कोतवाली में मुकदमा, तीन दिन बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही
मुजफ्फरनगर। विद्युत मीटर बदलने के दौरान ओवरलोड़ पकड़े जाने पर कथित रूप से विद्युत विभाग के जेई के साथ मारपीट करने और कर्मियों संग अभद्रता के मामले में मुकदमा दर्ज होने के तीन दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से विद्युत विभाग के अफसरों और कर्मियों में गहरा रोष बना हुआ है। विद्युत अफसरों ने आज इस मामले में डीएम और एसएसपी से मिलकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी करने की मांग की है।
राज्य विद्युत परिषद् जूनियर इंजीनियर्स संगठन के जिलाध्यक्ष बीबी गुप्ता के नेतृत्व में गुरूवार को विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर्स एवं अन्य कर्मचारी कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पर पहुंचे। यहां पर प्रदर्शन करते हुए उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर रोष जताते हुए कहा कि बिजली रोकने गये जेई के साथ मारपीट जैसे संगीन जुर्म में मुकदमा दर्ज होने पर भी कार्यवाही नहीं की जा रही है। उन्होंने डीएम और एसएसपी के नाम प्रार्थना पत्र दिया।
इसमें कहा किया कि 20 नवम्बर को जेई मंगलराम 33के0वी0 उपकेन्द्र मिमलाना रोड पर अपनी डयूटी पर उपस्थित थे। दिलशाद निवासी न्याजूपुरा के परिसर में ज्ञानेश कुमार टीजी-2 द्वारा विद्युत चोरी की सूचना दिये जाने पर जेई मंगलराम उक्त परिसर में पहुंचे। वे अपने विभागीय दायित्वों का निर्वहन करते हुए विद्युत भार एवं विद्युत चोरी की जांच और उपभोक्ता को उनके कनैक्शन पर अतिरिक्त भार स्वीकृत कराने हेतु कहा गया तो इससे क्षुब्ध होकर परिसर के स्वामी दिलशाद, नौशाद एवं इन्तजार आदि व्यक्तियों ने जेई मंगलराम के साथ मारपीट करके जान से मारने की कोशिश की एवं जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया। विभागीय कार्यों में बाधा उत्पन्न की। इसकी प्रथम सूचना रिपोर्ट मंगलराम द्वारा थाना कोतवाली उसी दिन दर्ज करा दी गयी थी। आरोप है कि इसके बाद अभी तक भी अभियुक्तांे की कोई गिरफ्तारी आदि की कार्यवाही की गयी प्रतीत नहीं होती है। अभियुक्त विभिन्न माध्यमों से जेई मंगलराम को डराने धमकाने का प्रयास कर रहे हैं। इस घटना से मंगलराम एवं अन्य सभी जेई भयभीत हैं तथा इस प्रकार की घटनाओं के फलस्वरूप अपने कार्यों का निर्वहन ठीक से नहीं कर पा रहे हैं। संगठन ने इस प्रकरण में तत्काल जांच कराकर आरोपियों की गिरफ्तारी कराने की मांग की है।