जश्ने आजादी में राष्ट्रपति पदक से सम्मानित होंगे एएसपी आदित्य प्रकाश वर्मा
सीएम सिटी गोरखपुर की यातायात व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन एवं कम्युनिटी पुलिसिंग के द्वारा यातायात व्यवस्था में अप्रत्याशित सुधार के लिए समाज से सरकार तक विशेष पहचान बनाने वाले पीपीएस अफसर एएसपी आदित्य प्रकाश वर्मा 15 अगस्त 2020 को जश्ने आजादी के अवसर पर सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित होंगे। उनको प्रेजीडेंट पुलिस मेडल ;पीपीएमद्ध के लिए चुना गया है।
मुजफ्फरनगर। इन दिनों देश में कोरोना संक्रमण से ज्यादा स्वतंत्रता दिवस 2020 की चर्चा हो रही है। कोरोना संकट काल में हर कोई राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को सलामी पेश करने के लिए अपनी तैयारी कर रहा है। ऐसे में इस बीते वर्ष समाज और सरकार के बीच सरोकार की डोर को मजबूत बनाने के लिए सेवा, समर्पण और साहस का प्रदर्शन करने वाले जांबाज जवानों और पुलिस अफसरों व कर्मचारियों को सम्मानित करने के लिए विभिन्न मेडल और पुरस्कार का ऐलान किया गया है। इसमें यूपी पुलिस की पीपीएस अफसर और एएसपी कासगंज आदित्य प्रकाश वर्मा का नाम भी शामिल है। उनको जश्ने आजादी के राष्ट्रीय पर्व पर राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। वह प्रेजीडेंट पुलिस मेडल के लिए चुने गये हैं।
जीवन में ईमानदारी और कर्तव्य के प्रति कर्मठता कभी खाली नहीं जाती है। बिना किसी दबाव व स्वार्थ के अपने काम को अंजाम देने वालों को एक दिन कामयाबी घर आकर दस्तक देती है। समाजहित के लिए किये गये काम को जनता हमेशा याद रखती है। आज फिर से एक ऐसा ही अवसर सामने आ रहा है, स्वतंत्रता दिवस पर जब तिरंगा शान से आसमां में लहरायेगा तो उसकी चमक से रोशन आसमान पर कुछ जांबाजों की सेवा के प्रति समर्पण की कहानियां भी उकरी नजर आयेगी। इस दिन के लिए सभी जवानों को उनके काम का ईनाम मिलने का इंतजार रहता है। स्वतंत्रता दिवस 2020 के लिए पुरस्कारों का ऐलान भारत सरकार के गृह मंत्रालय और राज्य सरकार की ओर से हो चुका है।
गोरखपुर के पूर्व पुलिस अधीक्षक यातायात एवं वर्तमान में एडिशनल एसपी कासगंज पीपीएस अफसर आदित्य प्रकाश वर्मा का नाम भी इसी सूची में शामिल है। 15 अगस्त के अवसर पर उन्हें सराहनीय कार्य हेतु राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया है, ये अपने आप मे बड़े गर्व की बात है कि एक ऐसा अधिकारी, जिसने सीएम सिटी गोरखपुर में अपने तीन साल के कार्यकाल में इतने काम किये जिसको कभी भुलाया नहीं जा सकता है। सीएम सिटी की यातायात व्यवस्था में इनके द्वारा दिन रात कड़ी मेहनत कर के तमाम परिवर्तन किए गए थे, वो परिवर्तन आज सड़कों पर दिख भी रहे हैं। हर जगह ट्रैफिक बूथ आज भी लगा हुआ नजर आता है। सीएम सिटी की जनता आज भी हेलमेट पहन कर ही अपने वाहन चलाती है। यातायात की पाठशाला के जरिए लाखो लोगों को यातायात के प्रति जागरूक करना, सरकार को करोड़ों का राजस्व देना, ट्रैफिक पुलिस का शहर में इकबाल बुलन्द करना, कोरोना काल मे जरूरतमन्दों को लोगो के सहयोग से हर तरह की मदद पहुंचाना आदि तमाम ऐसे काम उन्होंने किये जो किसी भी अफसर के लिए एक चैलेंज होगा। वैसे तो किसी भी वीआईपी जिले में तैनात होना ही किसी अफसर के लिए चुनौती से कम नहीं होता, लेकिन आदित्य प्रकाश वर्मा ने तीन साल सीएम सिटी गोरखपुर में रहते हुए यातायात व्यवस्था में ऐतिहासिक परिवर्तन के लिए कुछ ऐसे अभियान चलाये, जिनको जनता ने भी सहर्ष स्वीकार किया। यूपी में जबकि एक चालान पर भी बड़ा विवाद उत्पन्न हो जाता है, ऐसे में सीएम सिटी में उनके अभियान को लेकर कभी कोई शिकायत शिकवा जनता को नहीं रहा। जनता ने उनके द्वारा निर्धारित किये गये नियमों का उनके रहते हुए तो पालन किया ही, उनके ट्रांसफर के बाद भी वह उन नियमों के साथ यातायात करना नहीं भूलते हैं।
गोरखपुर में तैनाती के दौरान आदित्य प्रकाश वर्मा को तीन बार अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय सम्मान से भी सम्मानित जा चुका है, जिसमें पहला सम्मान डाक्टर एस एन सुब्बाराव अवार्ड लोटस टेम्पल नई दिल्ली में गाँधी वादी विचारधारा का पुलिस में प्रयोग करने पर दिया गया, दूसरा अवार्ड चैधरी रणवीर सिंह हुड्डा अवार्ड गांधी प्रतिष्ठान नई दिल्ली में दिया गया, तीसरा अंतरराष्ट्रीय ग्लोबल शांति अवार्ड इन्दौर मे उनको मिला, एक और सम्मान बा बापू सेवा रतन अर्वाड बांग्लादेश से मिलना था लेकिन कोरोना काल की वजह से वह इसे प्राप्त करने नहीं जा सके और अब प्रेजीडेंट पुलिस मेडल उनको दिया गया है।
टैक्नालाॅजी में मास्टर डिग्री रखने वाले आदित्य प्रकाश वर्मा मूल रूप से कानपुर जिले के बदलू प्रसाद वर्मा के पुत्र हैं। वह 1991 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं। 10 अपै्रल 2007 को उनका एएसपी रैंक में प्रमोशन हुआ और 30 जून 2016 को एएसपी ग्रेड-2 तथा 11 फरवरी 2020 को वह एएसपी ग्रेड-1 आॅफीसर बने। तीन साल सीएम सिटी गोरखपुर में तैनात रहे आदित्य प्रकाश वर्मा का 28 जून 2020 में एएसपी कासगंज बनाया गया। आदित्य प्रकाश वर्मा मुजफ्फरनगर जनपद में भी एएसपी के पद पर कार्यरत रहे हैं।