स्वर्ण रथ पर शहर में निकले बालाजी, उमड़ा आस्था का सैलाब

रामभक्त हनुमान के जन्मोत्सव पर धूमधाम से निकाली गई शोभायात्रा, झांकियों ने मोहा भक्तों का मन नई मंडी से शहर तक कदम-कदम पर भक्तों ने की बालाजी जी के रथ पर फूलों की बारिश, लगे सैंकड़ों भण्डारे, सभी के लिए मांगी सुख समृ(ि और कल्याण;

Update: 2025-04-12 09:47 GMT

मुजफ्फरनगर। रामभक्त श्री हनुमान के जन्मोत्सव के अवसर पर शनिवार को पूरा शहर ही भगवा बयार में बहता नजर आया। नई मंडी से श्री बालाजी महाराज भक्तों का कल्याण करने के लिए स्वर्ण रथ पर सवार होकर बाबा खाटू श्याम के साथ सैंकड़ों बैंड बाजों और आकर्षित करती झांकियों का काफिले लेकर शोभायात्रा के साथ भ्रमण पर निकले तो आस्था और भक्ति का संगम गंगोत्री की अविरल धारा के रूप में सड़कों पर बहता नजर आया। हजारों भक्तों का सैलाब श्री बालाजी का जयकारा करते हुए हाथों से उनका रथ खींचता दिखाई दिया और आस्था के इस चरम उत्कृष सैलाब के बीच संस्कृति और धर्म की ध्वजा लहराती नजर आई। बालाजी के स्वागत में कदम-कदम पर भक्तों के लिए भण्डारे और हनुमान जी के लिए फूलों की बारिश ने नया आकर्षण और उत्साह पैदा किया।

श्री बालाजी जन्मोत्सव पर नई मंडी के भरतिया कालोनी स्थित श्री बालाजी धाम मंदिर परिसर से शनिवार को भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। भगवान बालाजी महाराज का प्रातः 7.30 बजे स्वर्ण श्रृंगार किया गया। इसके उपरांत समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार में व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल, पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप और जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा महाआरती की गई तथा 56 भोग लगाया गया। मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने अतिथियों के समक्ष केक काटकर हनुमान जी का जन्म दिवस मनाया और इसके उपरांत भारी जयघोष के बीच बालाजी महाराज स्वर्ण रथ पर विराजमान हुए। स्वर्ण रथ पर बालाजी महाराज की विशेष आरती की गई, जिसमें राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, डीएम उमेश मिश्रा, नगरपालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप, भाजपा नेता गौरव स्वरूप, पूर्व विधायक अशोक कंसल सहित संरक्षक भीमसेन कंसल, अध्यक्ष हरिशंकर तायल के अलावा अन्य गणमान्य लोगों ने मौजूद रहकर बाबा का गुणगान किया। आरती के पश्चात अतिथियों के द्वारा नारियल फोड़कर शोभायात्रा को प्रारम्भ कराया और मंदिर परिसर से भक्तों का विशाल सैलाब अपने हाथों से बाबा का रथ खींचते के लिए उत्साहित नजर आया। बालाजी महाराज की शोभायात्रा मंदिर प्रांगण से प्रारंभ हुई, जिसमें उत्तर भारत के प्रमुख 11 बैंडबाजों के साथ-साथ बड़े डीजे, आकर्षक झांकियां आदि भक्तों को आकर्षित करती दिखाई दी। शोभायात्रा मंदिर से चलकर नवीन मंडी से होते हुए नई मंडी के विभिन्न मार्गाेँ से होकर शहर व गांधी कालोनी से होते हुए वापस मंदिर प्रांगण पहुंचकर रविवार की प्रातः संपन्न होगी।

सात किलोमीटर लंबी यात्रा, 24 घंटे चलते हैं बालाजी महाराज

मुजफ्फरनगर। भरतिया कालोनी स्थित श्री बालाजी धाम मंदिर समिति के द्वारा निकाले जाने वाली श्री बालाजी जयंती शोभायात्रा उत्तर भारत की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा बन चुकी है। लगभग सात किलोमीटर लंबी इस यात्रा में बाबा के मुख्य रथ को भक्तों को रस्सी से खींचा और इस यात्रा में स्वर्ण रथ पर सवार श्री बालाजी महाराज भक्तों का कल्याण करने के लिए 24 घंटे चलायमान रहते हैं। जगह-जगह यात्रा का फूलों की वर्षा से भक्तों ने स्वागत किया जाता है। पूरा नगर भी पूरी रात जागता है। हर तरफ आस्था का उल्लास और भक्ति की बयार बहती नजर आती है। यात्रा में सभी डीजे, बैंड और एक से बढ़कर एक रथ और झांकियां भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र रही। यात्रा के मुख्य मार्गों को तोरणद्वारों से सजाया गया। श्री बालाजी महाराज के जन्म दिवस पर भक्तों को दर्शन देने के लिए बाबा खाटू श्याम भी अपने रथ पर सवार होकर शोभायात्रा में निकलते हैं। इस यात्रा को लेकर ऐसी मान्यता हैं कि इस दिन शहर में भक्तों के घर चूल्हा नहीं जलता और हर कदम पर भक्त ही प्रसाद बनाते हैं, वो ही वितरित करते हैं और वो ही प्रसाद ग्रहण करते हैं। यानि भक्ति की बयार में एक ऐसा सांस्कृतिक व आध्यात्मिक नजारा बनता है, जिसमें हर कुछ समाहित हो जाता है। शहर में बालाजी के स्वागत के लिए जिससे जो भी बन पड़ता है वो करता है, टॉफी से लेकर हलवा पूरी तक और पानी से लेकर जूस तक बांटा जाता है। प्रसाद पाने के लिए भक्तों के बीच भारी उत्साह बना रहता है। सवेरे भरतिया कालोनी मंदिर पर भी प्रसाद ग्रहण करने के लिए भारी भीड़ जुटी रही। यहां हलवा वितरित किया गया। श्री हनुमान जन्मोत्सव कार्यक्रम को 14 अप्रैल को दोपहर 12 बजे से मंदिर प्रांगण में विशाल भंडारा आयोजित होने के साथ ही विराम दिया जायेगा। इस दिन हजारों भक्तजन यहां प्रसाद ग्रहण करते हैं।

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