मुजफ्फरनगर नहीं, अब लक्ष्मीनगर चाहिए, शिवसैनिकों ने उठाया मुद्दा
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने ललित मोहन के तीन दशक पुराने संघर्ष को दी नई धार, डीएम कार्यालय पर किया प्रदर्शन;
मुजफ्फरनगर। शिवसैनिकों ने एक बार फिर से ललित मोहन शर्मा के तीन दशक पुराने उस आंदोलन को नई धार देने का काम किया, जिसको लेकर यूपी विधानसभा में भाजपा एमएलसी मोहित बेनीवाल ने भी आवाज बुलंद करते हुए मुजफ्फरनगर का नाम लक्ष्मीनगर किये जाने की मांग अपनी ही सरकार से की है। शिवसैनिक गुरूवार को जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे और डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन भेजते हुए मुजफ्फरनगर का नाम लक्ष्मीनगर करने की मांग की है।
शिवसेना के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रमुख ललित मोहन शर्मा के मार्गदर्शन में गुरूवार को दर्जनों पदाधिकारियों ने जिला प्रमुख आनंद प्रकाश गोयल व महानगर प्रमुख देवेंद्र चौहान के नेतृत्व में मुजफ्फरनगर का नाम लक्ष्मीनगर किये जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर शिवसेना के मंडल प्रमुख शरद कपूर ने कहा कि एमएलसी मोहित बेनीवाल द्वारा सदन में मुजफ्फरनगर का नाम लक्ष्मी नगर किए जाने का प्रस्ताव रखने से शिवसेना की तीन दशक पुरानी मांग को बल मिला है।
उन्होंने कहा कि 1990 के दशक में शिवसेना ने मुजफ्फरनगर का नाम लक्ष्मी नगर किए जाने की मांग को लेकर तत्कालीन जिला प्रमुख मोहनलाल अग्रवाल के नेतृत्व में मुहिम शुरू की थी तभी से शिवसेना के द्वारा मुजफ्फरनगर का नाम लक्ष्मी नगर किए जाने की मांग को लेकर समय समय पर धरने प्रदर्शन के जरिए इस मुहिम को निरंतर चलाया जाता रहा है। कहा गया कि जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज रखा, तब भी शिवसेना और क्रांति सेना के द्वारा मुख्यमंत्री से मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर लक्ष्मी नगर किए जाने की मांग की गई। उन्होंने एमएलसी मोहित बेनीवाल का धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके इस प्रस्ताव से शिवसेना की मांग को और ज्यादा बल मिला है और इस मांग को लेकर शिवसेना द्वारा अब नए सिरे से बड़े आंदोलन की शुरुआत की जाएगी। बाद में सभी पार्टी पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सौंपा। इस अवसर पर क्रांतिसेना जिला अध्यक्ष मुकेश त्यागी, संजीव वर्मा, राजन वर्मा, आदित्य कश्यप, उज्ज्वल पंडित, ललित रुहेला, शैलेंद्र विश्वकर्मा, राजेंद्र तायल, राकेश धीमान, हेमकुमार कश्यप, बादल ठाकुर, विनीत वर्मा, बबलू ठाकुर नरेंद्र शर्मा, रोहित धीमान आदि कार्यकर्ता प्रदर्शन में शामिल रहे।