41 सभासदों की आवाज पर एई अखंड प्रताप की पालिका से छुट्टी
चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने निर्माण विभाग के सहायक अभियंता को किया कार्यमुक्त, जेई कपिल कुमार को सौंपा अतिरिक्त कार्यभार. 07 मार्च की बोर्ड बैठक में सभासदों ने की थी एई निर्माण की शिकायत;
मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में भ्रष्ट आचरण के आरोपों में दोषी पाये गये सहायक अभियंता निर्माण अखंड प्रताप सिंह को आखिरकार चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने सख्त कदम उठाते हुए पालिका से कार्यमुक्त कर दिया है। शासन करीब दस माह पूर्व उनका अलीगढ़ तबादला कर चुका है। चेयरपर्सन से पालिका के 41 सभासदों ने एई निर्माण के खिलाफ बोर्ड मीटिंग में ही शिकायत करते हुए जांच कराये जाने की मांग की थी, आरोप सही पाये जाने के बाद हुई यह कार्यवाही सभासदों की जीत के रूप में देखी जा रही है।
नगरपालिका परिषद् में भ्रष्टाचार के खिलाफ चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप कार्यकाल के पहले ही दिन से जीरो टोलरेंस की नीति पर चलती दिखाई दे रही है। सबसे पहले उन्होंने जन्म मृत्यु पटल पर बदलाव कर व्यवस्था परिवर्तन किया था। अब सबसे बड़ी हलचल का कारण बने टैण्डर अनियमितता में फंसे सहायक अभियंता निर्माण अखंड प्रताप सिंह पर गाज गिरी है। 07 मार्च को हुई पालिका की बजट विशेष बोर्ड मीटिंग में सभासद राजीव शर्मा, मनोज वर्मा, सीमा जैन, मौहम्मद खालिद, नौशाद खान सहित 41 सभासदों ने चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप को सहायक अभियंता निर्माण अखंड प्रताप सिंह के खिलाफ शिकायत दी और उनको पालिका से कार्यमुक्त करने की मांग की गई थी। सभासदों का आरोप था कि 10, 15 और 18 फरवरी को निर्माण कार्यों के लिए निकाली गई निविदाओं में शर्त पूरी करने वाले ठेकेदारों की निविदा भी अपनी स्वार्थ पूर्ति के लिए अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाया गया। इन आरोपों की जांच हुई तो आरोप सही पाये गये और इसके बाद चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने अब सहायक अभियंता अखंड प्रताप सिंह को भ्रष्टाचार में दोषी पाये जाने पर पालिका से कार्यमुक्त कर दिया है।
इस सम्बंध में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के द्वारा मंगलवार को सुबह आदेश जारी कर दिया गया है। इसमें उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय निदेशालय निदेशक अनुज कुमार झा के द्वारा 29 जून 2024 को पालिका में सहायक अभियंता निर्माण अखंड प्रताप सिंह का नगर निगम अलीगढ़ तबादला कर दिये जाने का आदेश जारी किया गया था, लेकिन इनके स्थान पर यहां पर प्रतिस्थानी नियुक्त नहीं किया गया था। ऐसे में शहर में विकास कार्य और निर्माण योजना को पूर्ण करने के लिए इनको कार्यमुक्त नहीं किया गया था। एई के खिलाफ 41 सभासदों ने भी एक शिकायत पत्र बोर्ड मीटिंग में दिया, जिसके आधार पर अधिशासी अधिकारी ने जांच की और 02 अपै्रल को अपनी जांच आख्या उपलब्ध कराते हुए एई अखंड प्रताप को दोषी पाते हुए कार्यमुक्त करने की संस्तुति की थी। इसी आधार पर चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने एई अखंड प्रताप सिंह को पालिका के निर्माण विभाग के सहायक अभियंता के पदीय दायित्वों से तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त करने का आदेश जारी कर दिया। इसमें उन्होंने एई को आदेशित किया है कि वो शासन के आदेशों के क्रम में नगर निगम अलीगढ़ में योगदान प्रस्तुत करें। उन्होंने पालिका के निर्माण विभाग के अवर अभियंता कपिल कुमार को कार्यवाहक सहायक अभियंता का पदभार भी सौंप दिया है।
चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने कहा कि पालिका में किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार और नियमों की अनदेखी क्षम्य नहीं होगी। हमने पहले ही दिन से भ्र्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था देने का प्रयास किया है। जिस तरह से टैण्डर प्रक्रिया में जांच में भी आरोप साबित हुए हैं, वो सही नहीं है। सभासदों की शिकायतों के आधार पर हमने सहायक अभियंता निर्माण अखंड प्रताप सिंह को कार्यमुक्त कर दिया है। पालिका का कार्य निरंतर चलता रहे, इसके लिए जेई कपिल कुमार को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। वहीं एई निर्माण के खिलाफ हुई यह कार्यवाही 41 सभासदों की जीत ही मानी जा रही है। सभासदों ने भी इस कार्यवाही पर संतोष जाहिर किया है। सभासद राजीव शर्मा मनोज वर्मा का कहना है कि हम चेयरपर्सन के आभारी हैं कि उन्होंने भ्रष्ट आचरण करते हुए पालिका बोर्ड को बदनाम करने का काम करने वाले एई निर्माण अखंड प्रताप सिंह के खिलाफ कार्यवाही कर जनभावना को सम्मान दिया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ पूर्ण बोर्ड एकजुट है और किसी भी प्रकार की धांधली नहीं चलने दी जायेगी।