हाथरस गैंगरेप पीडिता के पिता से प्रियंका ने की बात, अखिलेश ने की तीखी टिप्पणी
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती समेत कई विपक्षी पार्टियों ने योगी सरकार को घेरा है। सरकार ने पीडित परिवार को दस लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
लखनऊ। हाथरस में गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद सरकार एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर है। मामले को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती समेत कई विपक्षी पार्टियों ने योगी सरकार को घेरा है। सरकार ने पीडित परिवार को दस लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
हाथरस में बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद उसकी जीभ काटने के साथ उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ दी थी। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि हाथरस की गैंग रेप एवं दरिंदगी की शिकार एक बेबस दलित बेटी ने आखिरकार दम तोड़ दिया। आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची। दूसरी ओर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीड़िता के पिता से फोन पर बात कर कहा कि हम आपके न्याय की लड़ाई लड़ेंगे, अभी आपको घर तक पहुंचाने के इंतजाम कर रहे हैं। मैं जल्द आपके घर आऊंगी। आपने अपनी बेटी खोई है, मैं आपका दर्द समझ सकती हूं। हम आपके साथ हैं। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि यूपी में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति योगी आदित्यनाथ जवाबदेह हैं। बच्ची के हत्यारों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही। हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक रेप की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है। दूसरे ट्वीट में उन्होंने योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए लिखा कि यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है। अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं। इस बच्ची के कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। सीएम योगी आदित्यनाथ उप्र की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं।
दूसरी ओर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि पूरी सरकार उस परिवार के साथ है और आरोपियों पर कानून के तहत कड़ी कार्रवाई करेगी। पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की मदद दी जा रही है। मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, मामले में कठोर कार्रवाई होगी।