सफाई के कारण हो रही पालिका की प्रशंसा, झूठी सूचना पर दौड़ा दी टीम
जानसठ रोड पर गन्दगी और आवारा पशुओं को लेकर की गई थी शिकायत, मौके पर न व्यक्ति मिला न ही गन्दगी और पशु
मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् के द्वारा कांवड़ा यात्रा 2024 में शहर में कांवड़ मार्ग पर की गई व्यवस्थाओं और खासकर साफ सफाई के लिए लोगों की जुबां पर सराहना है। इस साल पालिका की टीम ने चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप की अगुवाई में ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह के साथ मिलकर जिस संवेदनशीलता के साथ ड्यूटी को अंजाम दिया, उससे शिव भक्तों को बेहतर सुविधा तो मिली ही, शहर के निवासियों को भी गन्दगी से राहत मिली है, लेकिन ऐसे में पालिका की टीम की सराहना करने वालों के साथ ही कुछ ऐसे भी लोग शामिल है, जो झूठी सूचनाओं से पालिका अधिकारियों और कर्मियों के कामकाज पर सवाल ही नहीं उठा रहे, उनको परेशान भी किया जा रहा है। ऐसी ही एक झूठी सूचना पर पालिका की टीम को जानसठ रोड तक दौड़ना पड़ा।
कांवड़ा यात्रा के दौरान हर साल सफाई और पथ प्रकाश की व्यवस्था के साथ ही बझेडी अण्डर पास सबसे बड़ा मुद्दा बना रहता है। इसके लिए नगर पालिका परिषद् की ओर से ही हर बार व्यवस्था की जाती रही है। 2023 में पालिका में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के नेतृत्व में नया बोर्ड गठित हुआ था। इसी बीच कांवड़ यात्रा आ गई। चेयरपर्सन को ज्यादा अनुभव नहीं था, जिस कारण इस कांवड़ यात्रा में कई सवाल उठते रहे, लेकिन उसी यात्रा में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने यह भरोसा दिलाया था कि अगली कांवड़ यात्रा में हम बेहतर व्यवस्था करेंगे और उन्होंने यह करके भी दिखाया। चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने सबसे पहले कांवड़ मार्ग कच्ची सड़क पर स्थाई स्ट्रीट लाइट का बंदोबस्त कराया और अहिल्याबाई होल्कर स्मारक से मदीना चौक तक लाइट कांवड़ यात्रा से पहले ही शुरू कराई गई। इसके साथ ही उन्होंने अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह के साथ मिलकर इस कांवड़ यात्रा को जीरो वेस्ट इवेंट बनाने का प्रयास किया, जिसमें प्लास्टिक और पॉलीथिन मुक्त कांवड़ यात्रा के अपने उद्देश्य में लगभग पालिका प्रशासन कामयाब होता नजर आया। कांवड़ शिविरों में इसके लिए जागरुकता अभियान चलाया गया। जिस असर भी दिखा और इन शिविरों में प्लास्टिक के दोने-पत्तल और गिलास के बजाये कागज की डिस्पोजल क्राकरी का प्रयोग किया गया। इसके साथ ही बझेडी अण्डर पास में बारिश से जलभराव होने की समस्या को इस बार प्रमुखता से देखा गया। यहां पर दिन और रात शिफ्ट में छह-छह कर्मचारियों के साथ ही दो पम्पिंग सेट लगवाये गये। शहरी क्षेत्र के 21.900 किलोमीटर लम्बे पूरे कांवड़ मार्ग को 17 सेक्टर में विभाजित करते हुए विशेष टीमों को लगाकर तीन शिफ्टों में सफाई की व्यवस्था कराई गई। यही कारण है कि कांवड़ यात्रा के दौरान सफाई व्यवस्था को लेकर पालिका की प्रशंसा पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही आम जनमानस की जुबां पर भी सुनाई दे रही है।
कांवड़ मार्ग पर बेहतर सफाई व्यवस्था के साथ ही शहर के सभी वार्डों में सफाई पर विशेष जोर दिया गया। साथ ही कांवड़ यात्रा के दौरान पालिका प्रशासन ने पशुपालन विभाग से समन्वय बनाकर निराश्रित गौवंशीय पशुओं को पकड़ने का अभियान भी चलाया और काफी संख्या में पशुओं को पकड़कर गौशाला भिजवाने का काम किया। ऐसे में पालिका प्रशासन को परेशान करने वालों की भी कमी नहीं है। मंगलवार को ऐसे ही फेक कॉल पर पालिका की टीम ही नहीं बल्कि खुद ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह को भी जानसठ रोड तक दौड़ना पड़ा। ईओ ने बताया कि आज उनको फोन पर किसी व्यक्ति के द्वारा सूचना दी गई कि नई मंडी में कूकड़ा मंडी के पास कूड़ा और गन्दगी का अम्बार लगा हुआ है, साथ ही जानसठ रोड पर आवारा पशुओं के हमले में रोजाना कई लोग घायल हो रहे हैं। इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ईओ ने तत्काल ही टीमों को सक्रिय किया और एमआईटूसी कंपनी के जोन इंचार्ज को भी कूड़ा पड़ा होने पर टीम भेजने के लिए कहा। वो खुद भी मौके की स्थिति को देखने के लिए पहले कूकड़ा मंडी गेट के पास और फिर जानसठ रोड पर पहुंची, लेकिन कहीं न तो कूड़ा गन्दगी मिली और न ही आवारा पशु पाये गये। फोन मिलाया तो शिकायत करने वाला ही गायब हो गया। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस प्रकार की भ्रामक या झूठी सूचना देकर टीमों को अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाये। शहर आपका भी है, इसमें व्यवस्था बनाने के लिए सहभागी बने।