रेडियो मुख्यालय में महिला पुलिसकमियों के शारीरिक शोषण के आरोपों से खलबली
लखनऊ। यूपी रेडियो मुख्यालय में महिला पुलिस कर्मियों के शारीरिक शोषण संबंधी शिकायतों को लेकर खलबली मची है। इसमें आरोप है कि नई लडकियों को छांटकर पहले यूपी 112 में भेजा जाता है और फिर रेडियो मुख्यालय में भेजने के नाम पर उनका दैहिक शोषण किया जाता है। सपा ने जहां डीजीपी से इसकी जांच की मांग की है, वहीं नूतन ठाकुर ने भी इसे गंभीर मामला बताया है। दूसरी ओर अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हंै। हालांकि उस कर्मचारी ने ही शुुरुआती जांच में ऐसी कोई शिकायत करने से इन्कार कर दिया है। इसके बावजूद मामले की जांच आंतरिक शिकायत समिति को दे दी गई और जल्द से जल्द जांच पूरी कर रिपोर्ट मांगी गई है।
रेडियो मुख्यालय में महिला पुलिस कर्मियों के शारीरिक शोषण संबंधी पत्र वायरल होने के बाद पुलिस मुख्यालय में खलबली मच गई। इस बारे में एडीजी टेलीकाम सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि वायरल हुए शिकायती पत्र में यूपी 112 से वायरलेस में वापस आने वाली महिला कर्मियों के कथित शोषण की शिकायत की गई है। उन्होंने कहा कि यूपी 112 की स्थापना के समय 120 कर्मियों को 2 साल के लिए रेडियो मुख्यालय से संबद्ध किया गया था। इसके बाद पिछले दिनों 25 कर्मियों को बदलने के लिए एडीजी यूपी 112 असीम अरुण ने पत्र लिखा था। लॉकडाउन के बाद जुलाई में पांच लोगों को बारी-बारी और 20 को एकमुश्त वायरलेस मुख्यालय पर वापस बुला लिया गया। शारीरिक शोषण के आरोप बेबुनियाद हैं। जिस महिला के नाम से प्रार्थना पत्र दिया गया वह भी फर्जी बताई गई है। मामले की जांच आंतरिक शिकायत समिति को सौपी गई है। डीआईजी टेलीकाम सुनीता शर्मा को पूरे मामले की जांच जल्द से जल्द पूरी करने को कहा गया है।