Home » Muzaffarnagar » डॉ. अजय शाही ने पालिका की हरियाली पर चलाई भ्रष्टाचार की कुल्हाड़ी!

डॉ. अजय शाही ने पालिका की हरियाली पर चलाई भ्रष्टाचार की कुल्हाड़ी!

ऐतिहासिक कंपनी बाग के साथ ही मीनाक्षीपुरम में दर्जनों हरे-भरे फलदार वृक्षों की अवैध कटाई का आरोप, उच्चस्तरीय जांच समिति गठित करने की मांग

मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद मुजफ्फरनगर की हरियाली व्यवस्था पर भ्रष्टाचार की कुल्हाड़ी के वार से शुरू हुई लड़ाई आज एक बार फिर से जिला प्रशासन के दर तक जा पहुंची। पालिका में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय प्रताप शाही के द्वारा कथित रूप से पालिका में भ्रष्टाचार और पर्यावरण का विनाश करने के आरोपों को लेकर मंगलवार को नगर पालिका परिषद के कई सभासद कलेक्ट्रेट पहुंचे। सभासदों ने जिलाधिकारी उमेश मिश्रा से मुलाकात कर एक शिकायत पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने डॉ. अजय प्रताप शाही पर गंभीर वित्तीय अनियमितता और अवैध वृक्ष कटान का आरोप लगाया। इन सभासदों ने डीएम से मांग की कि डॉ. शाही के विरुद्ध उच्च स्तरीय जांच कर कठोर कार्रवाई की जाए, क्योंकि उनके कार्यकाल में नगर पालिका परिषद की संपत्तियों को खुर्दबुर्द करते हुए भ्रष्टाचार किया गया है।
भाजपा नेता और पालिका के सभासद राजीव शर्मा व मनोज वर्मा के साथ अन्य सभासद मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और डीएम उमेश मिश्रा से मिले। सभासदों ने आरोप लगाया कि नगर पालिका परिषद के अधीन आने वाले कंपनी बाग (कमला नेहरू वाटिका) में कार्यदायी संस्था सीएनडीएस द्वारा एक ट्रैक निर्माण के नाम पर दर्जनों हरे-भरे फलदार वृक्षों, जिनमें आम, अमरूद, लीची, बेलपत्थर और आंवला के वृक्ष शामिल रहे हैं, को अवैध रूप से काट दिया गया। आरोप है कि यह कटान वन विभाग से किसी भी प्रकार की स्वीकृति लिए बिना और उत्तर प्रदेश वृक्ष संरक्षण अधिनियम 1976 के नियमों का उल्लंघन करते हुए किया गया। इसके साथ ही राजीव शर्मा ने आरोप लगाया कि मिनाक्षीपुरम में भी कई हरे भरे पेड़ डॉ. शाही ने मिलीभगत कर कटवा दिये। सभासदों का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय शाही की मिलीभगत रही, जिन्होंने न तो वृक्ष कटान की अनुमति प्रक्रिया का पालन किया और न ही बाद में इसकी रिपोर्ट तैयार कराई।
पालिका सभासदों द्वारा की गई इस शिकायत में यह भी उल्लेख है कि पालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने अवैध कटान की शिकायतें मिलने पर 13 अक्तूबर 2025 को सीएनडीएस संस्था का कार्य रोकने के आदेश दिए थे, जिस पर अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह ने तत्काल ही कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए वाटिका प्रभारी एसएसए डॉ. अजय शाही को निर्देशित किया था। फिर भी, कार्यदाीय संस्था के ठेकेदार ने मिलीभगत करते हुए रातों-रात कई पेड़ों को काटकर गायब कर दिया। सभासदों ने यह भी आरोप लगाया कि डॉ. शाही द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर पालिका में वित्तीय गड़बड़ियां की जा रही हैं। पूर्व में भी नगर पालिका कर्मचारियों ने उन पर डीजल घोटाले और मासिक कमीशन लेने के आरोपों के साथ शिकायतें दर्ज कराई थीं। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। वहीं एनएसए डॉ. शाही का कहना है कि सभासद जो भी आरोप लगा रहे हैं, वो गलत हैं, उनकी शिकायत पर भी डीएम जांच करा रहे हैं।
कंपनी बाग में हुए इस अवैध कटान को लेकर पर्यावरण प्रेमी संगठनों और स्थानीय नागरिकों में गहरा आक्रोश है। सुबह टहलने आने वाले नागरिकों ने वृक्षों के ठूंठ देखकर विरोध दर्ज कराया और मीडिया को इसकी जानकारी दी। पर्यावरण प्रेमियों ने दोषियों के विरुद्ध शीघ्र कार्रवाई की मांग भी की थी। इसके साथ ही यह मामला 13 अक्टूबर की बोर्ड मीटिंग में भी सभासदों ने उठाया था। सभासदों की प्रमुख मांगों में कंपनी बाग वाटिका के प्रभारी अधिकारी / नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय शाही के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर जांच कराने, कार्यदायी संस्था सीएनडीएस को काली सूची में डालकर उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने, अवैध वृक्ष कटान से हुए राजस्व नुकसान की वसूली और कंपनी बाग और अन्य नगर पालिका संपत्तियों में हुई वित्तीय अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच कराना शामिल है। सूत्रों के अनुसार, जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने सभासदों की शिकायत पर मामले की गंभीरता से जांच कराने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि यदि आरोप सही पाए गए तो दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीएम से शिकायत करने वाले सभासदों में मुख्य रूप से सभासद राजीव शर्मा, मनोज वर्मा, विकल्प जैन, रविकांता काका, शौकत अंसारी, नौशाद खां, प्रशांत गौतम, नवनीत गुप्ता, रजत धीमान, कुसुमलता पाल, प्रशांत बालियान, मौहम्मद खालिद, नदीम खां, प्रमोद अम्बेडकर, प्रियांक गुप्ता, हिमांशु कौशिक, अमित शर्मा आदि शामिल रहे।

Also Read This

साईं धान फाउंडेशन ने 140 टीबी मरीजों को वितरित की पोषण पोटली

मरीजों के स्वास्थ्य लाभ और उपचार में मिली मदद, बीमारियों के प्रति जागरुकता पर दिया जोर मुजफ्फरनगर। को साईं धान फाउंडेशन गुरुग्राम द्वारा मुज़फ्फरनगर में 140 टीबी मरीजों को पोषण पोटली वितरित की गई। यह पहल टीबी मरीजों के बेहतर इलाज और पोषण को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है, ताकि मरीज जल्द स्वस्थ हो सकें और उनका रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो। इस अवसर पर साईं धान फाउंडेशन के सुशील और श्रीमती सुनीता ने स्वयं पोषण पोटली वितरित की। कार्यक्रम में टीबी हॉस्पिटल मुज़फ्फरनगर से डॉ. लोकेश चंद गुप्ता, विपिन शर्मा, हेमंत यादव, रुचिर, संजीव और अभिषेक भी मौजूद रहे। सभी ने टीबी के प्रति जागरूकता और

Read More »