मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक बड़े फॉरेक्स घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार सुबह मुजफ्फरनगर जिले के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के नरा गांव में छापेमारी की। यह कार्रवाई फॉरेक्स ठग लविश चौधरी से जुड़े तीन सहयोगियों के घरों पर की गई।
सुबह से शुरू हुई इस तलाशी में ईडी टीम के साथ पैरामिलिट्री बल के जवान भी मौजूद थे। जांच के दौरान अधिकारियों ने बड़ी मात्रा में नकदी, बैंक दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और संपत्ति से जुड़े रिकॉर्ड जब्त किए हैं।
210 करोड़ की फॉरेक्स ठगी का आरोपी लविश चौधरी दुबई में फरार
जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरनगर के घासीपुरा गांव निवासी लविश चौधरी पर कई फर्जी फॉरेक्स कंपनियों के माध्यम से लगभग 210 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप है।
वह निवेशकों को ऊंचे रिटर्न का लालच देकर हजारों लोगों से रकम ऐंठ चुका है। फिलहाल लविश विदेश में, दुबई में छिपा हुआ बताया जा रहा है। उसके खिलाफ इंटरपोल द्वारा लुकआउट नोटिस जारी किया जा चुका है।
पहले भी फ्रीज हुई थी 170 करोड़ की संपत्ति
ईडी ने इससे पहले दिल्ली, नोएडा और रोहतक में लविश चौधरी के ठिकानों पर छापेमारी कर करीब 170 करोड़ रुपये की संपत्तियां फ्रीज की थीं।
रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी QFX समेत 13 संदिग्ध ऑनलाइन फॉरेक्स प्लेटफॉर्म को ब्लैकलिस्ट किया है। फिलहाल एजेंसी लविश के करीब 25 अन्य एजेंटों की गतिविधियों की निगरानी कर रही है।
मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच जारी
यह पूरी कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत की जा रही है। ईडी अधिकारियों का कहना है कि डिजिटल साक्ष्यों और लेनदेन से जुड़े दस्तावेजों का फॉरेंसिक विश्लेषण किया जाएगा, ताकि ठगी की पूरी चैन और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का पता लगाया जा सके।






