भूमाफिया गिरोह ने जमीन पर कब्जे का किया प्रयास, विरोध करने पर की गई मारपीट, 20 लाख की रंगदारी की भी मांग
मुजफ्फरनगर। जनपद मुजफ्फरनगर में करीब 25 साल से विदेश में रहकर कारोबार कर रहे एनआरआई भाइयों की कृषि भूमि को फर्जी दस्तावेजों के सहारे बेचने और कब्जा करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। भूमि की देखरेख कर रहे एनआरआई के मामा ने अन्य परिजनों के साथ मिलकर आरोपियों का विरोध किया तो आरोपियों ने न केवल कृषि भूमि पर खड़ी फसल उजाड़ी, बल्कि मारपीट कर 20 लाख रुपये की रंगदारी भी मांग डाली। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर सात सगे भाइयों सहित नौ आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इनमें फर्जी बैनामा कराने वाला प्रधान पति भी शामिल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना सिखेड़ा क्षेत्र के ग्राम बहादरपुर में एनआरआई भाइयों की कृषि भूमि पर जबरन कब्जा करने और फर्जी बैनामा कराने का मामला तूल पकड़ गया है। थाना भोपा क्षेत्र के ग्राम तिस्सा निवासी मुमताज अली पुत्र अमीर हसनैन ने सिखेड़ा थाने में तहरीर देकर बताया कि उनके सगे भांजे मोहम्मद अख्तर और जीशान हैदर पुत्रगण स्व. अली अख्तर निवासी ग्राम बिलासपुर थाना नई मंडी, बीते 20-25 वर्षों से दुबई में रहकर रोजगार कर रहे हैं। दोनों भाई एनआरआई हैं और ग्राम बहादरपुर में स्थित उनकी कृषि भूमि खसरा नंबर 66/1 रकबा 0.475 हेक्टेयर और 67/1 रकबा 1.917 हेक्टेयर की देखरेख वो अन्य परिजनों के साथ मिलकर करता है।
पीड़ित मुमताज के अनुसार, मनोज कुमार पुत्र तिलकराम निवासी कुकड़ा और ओमपाल पुत्र सुखबीर निवासी ग्राम पचेण्डा ने आपसी साजिश के तहत खसरा 67/3 की कृषि भूमि का एक फर्जी बैनामा तैयार कर उसे सिखेडा थाना क्षेत्र के ग्राम बहादरपुर के ही निवासी और गांव के प्रधानपति भगत सिंह पुत्र हरवीर सिंह के नाम कर दिया। जबकि मौके पर खसरा 67/3 नाम की कोई भूमि मौजूद ही नहीं है और न ही इस भूमि पर किसी आरोपी का कभी कब्जा रहा है। पीड़ित ने यह भी बताया कि तहसील सदर प्रशासन ने पहले भी आरोपी मनोज कुमार के खिलाफ जांच रिपोर्ट दे रखी है और उसके विरुद्ध न्यायालय में मुकदमे भी चल रहे हैं।
तहरीर के अनुसार, 14 नवंबर 2025 की शाम लगभग 5 बजे भूमि का बैनामा अपने नाम कराने वाले ग्राम प्रधानपति भगत सिंह, उसके भाई हरेंद्र, शिवराज, ध्यान सिंह उर्फ शोदान, अजब सिंह, धमेन्द्र, योगेंद्र, सन्नी पुत्र भगत सिंह और वंश पुत्र ध्यान सिंह उर्फ शोदान समेत अन्य लोग एक अमीन को लेकर उनकी भूमि पर पहुंच गए। आरोपियों ने ताजी बोई हुई सरसों की फसल को ट्रैक्टर से उखाड़ फेंका और पूरी फसल को खुर्दबुर्द कर दिया गया। इन लोगों ने जमीन पर अपना कब्जा दिखाने का प्रयास किया। आरोप है कि विरोध करने पर शिकायतकर्ता मुमताज अली तथा स्थानीय निवासी व रिश्तेदार शबी हैदर पुत्र अमीर हैदर पर आरोपियों ने लातदृघूंसों, डंडों से हमला कर दिया और धमकियां देते हुए गंदी गालियां दीं। पीड़ितों के अनुसार, आरोपियों ने मौके पर फसलें भी बर्बाद कर दीं।
घटना की सूचना मुमताज ने डायल 112 पर दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को देखकर अधिकांश आरोपी फरार हो गए, हालांकि भगत सिंह, सचिन सिंह और अजब सिंह को पुलिस ने ट्रैक्टर सहित पकड़ लिया। पीड़ित का आरोप है कि तत्काल शिकायत देने के बावजूद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की, जिससे वह और उसके भांजे लगातार भय और दबाव में रहे। पीड़ित ने तहरीर में यह भी आरोप लगाया कि आरोपी गिरोह उनसे जमीन छोड़ने के बदले 20 लाख रुपये की रंगदारी मांग रहा हैं और चेतावनी दे रहा हैं कि रकम न देने पर वे जमीन पर कब्जा कर लेंगे और परिवार को जान से मार देंगे। लगातार दबाव और धमकियों के बीच मुमताज अली ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने, उनकी तथा उनके विदेश में रह रहे भांजों की भूमि की सुरक्षा करने और परिवार की जानदृमाल की रक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। एसएचओ सिखेडा ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर सभी नौ आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।






