बरेली- भोजीपुरा थाना इलाके में तीन दिन पहले आत्महत्या करने वाले सुरेंद्र सिंह का छह मिनट का वीडियो सामने आया है। माना जा रहा है कि खुदकुशी से पहले उन्होंने यह वीडियो बनाकर रिश्तेदार को भेज दिया था। वीडियो में सुरेंद्र अपनी पत्नी, सास और पत्नी के मुंहबोले बहनोई पर गंभीर आरोप लगाते दिख रहा है। पुलिस ने तीनों आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इज्जतनगर थाना क्षेत्र की सैनिक कॉलोनी निवासी सुरेंद्र सिंह भोजीपुरा ने 25 जनवरी की सुबह फंदा लगाकर जान दे दी थी। अब सामने आए वीडियो में वह कहते दिख रहा है कि उसकी जिंदगी में सबसे खराब समय गुजर रहा है। वह अकेले रह गया है। साल 2020 में उसकी शादी हुई थी। तब लगा कि जिंदगी सही हो जाएगी। बीवी को प्यार से रखना चाहा, लेकिन उसका संबंध किसी और से है। उसकी मां कहती थी कि बेटी 15 दिन ससुराल और 15 दिन मायके में रहेगी। आखिरकार वही हुआ। पत्नी ने मुझ पर मुकदमे कराए। मेरा जीना मुश्किल हो गया है। वह चाहती है कि मैं जिंदगी सही से न जी पाऊं। प्रेमी से पिटवाया। धमकी दी कि 15-20 लाख देकर फैसला कर लो। सुरेंद्र ने कहा है कि लड़का होना बहुत बड़ा गुनाह है, क्योंकि आपकी कोई नहीं सुनता। न कानून, न ही पुलिस। मैं जीना नहीं चाहता हूं। मरने की हिम्मत भी नहीं मेरे अंदर… लेकिन क्या करूं? हालात ऐसे आ जाते हैं कि आदमी गलत कदम उठा लेता है। मैं मम्मी-पापा से बहुत प्यार करता हूं। सरकार से गुजारिश है कि मेरे मम्मी-पापा को कोई परेशान न करे। आखिर में कहा कि मेरे शव का पोस्टमॉर्टम न कराया जाए। प्रभारी निरीक्षक ने तहरीर के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री-विधायक हजारों करोड़ों के मालिक हो गये, लेकिन दलाल मुझे बता रहेः मांगेराम त्यागी
रंगदारी का मुकदमा दर्ज होने पर मांगेराम बोले-पूरे प्रदेश में होगा आंदोलन, सर्वसमाज के साथ देंगे गिरफ्तारी मुजफ्फरनगर। त्यागी भूमिहार ब्राहमण समिति के राष्टीय अध्यक्ष मांगेराम त्यागी ने उनके खिलाफ छपार थाने में रंगदारी का मुकदमा दर्ज होने पर मीडिया कर्मियों के समक्ष प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मैं इस मुकदमे से नहीं डरता, मैं इसका स्वागत करता हूं। ब्राहमण समाज के युवक को नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई। उन्होंने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हमने एक निर्दोष ब्राहमण समाज के युवक की हत्या होने के बाद उसके परिवार को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ी है। अगर यह






