देश के कई एयरपोर्ट पर बुधवार सुबह से चेक-इन सिस्टम में तकनीकी दिक्कत आने के कारण फ्लाइट ऑपरेशन बुरी तरह प्रभावित हुए। बेंगलुरु एयरपोर्ट को 42 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जिनमें 22 आने वाली और 20 जाने वाली फ्लाइट शामिल थीं। हैदराबाद एयरपोर्ट पर भारी भीड़ जमा हो गई और कई यात्रियों की फ्लाइट छूट गईं। दिल्ली एयरपोर्ट पर चेक-इन प्रक्रिया पूरी तरह मैनुअल कर दी गई है।
वाराणसी एयरपोर्ट पर यात्रियों को बताया गया कि माइक्रोसॉफ्ट विंडोज में वैश्विक स्तर पर सर्विस आउटेज की रिपोर्ट आई है, जिससे एयरपोर्ट की IT सर्विस प्रभावित हुई है। हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट ने इस दावे को गलत बताते हुए कहा कि विंडोज सिस्टम में कोई तकनीकी समस्या नहीं आई है। एयरपोर्ट और इन-फ्लाइट सिस्टम दुनिया भर में विंडोज पर आधारित होने के कारण शुरुआती जानकारी में भ्रम की स्थिति रही।
उधर, इंडिगो ने बुधवार को 70 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दीं। बेंगलुरु और मुंबई एयरपोर्ट से आने-जाने वाली कई उड़ानें इसके दायरे में रहीं। एयरलाइंस सूत्रों के अनुसार यह कैंसिलेशन क्रू की कमी और ऑपरेशनल दिक्कतों की वजह से हुए।
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सबसे ज्यादा असर देखा गया। इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर और एयर इंडिया एक्सप्रेस का चेक-इन सिस्टम प्रभावित हुआ, जिसके बाद एयरलाइन कंपनियों ने मैनुअल चेक-इन और बोर्डिंग लागू कर दी। दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कहा कि ग्राउंड टीमें सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ मिलकर स्थिति सामान्य करने में जुटी हैं।
हैदराबाद राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भीड़ इतनी बढ़ गई कि कई यात्रियों की फ्लाइट समय पर न पहुंच पाने के कारण छूट गई। इंडिगो ने बयान जारी कर बताया कि टेक्निकल दिक्कत, ज्यादा भीड़ और ऑपरेशनल जरूरतों की वजह से उड़ानों में देरी और कैंसिलेशन हो रहे हैं।
बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर चेक-इन में देरी के कारण चार उड़ानें लेट हुईं, जबकि इंडिगो की कई सेवाएं ऑपरेशनल कारणों से कैंसिल की गईं। कुल 42 फ्लाइटें रद्द होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
देशभर में एयरपोर्ट अथॉरिटीज और एयरलाइंस टीमें सिस्टम सामान्य करने में जुटी हैं, लेकिन सुबह से जारी तकनीकी दिक्कतों का असर दिनभर उड़ानों पर बना रहा।






