कानपुर में चकेरी थाना प्रभारी संतोष कुमार शुक्ला मुश्किलों में फंस गए हैं। हाईकोर्ट के निर्देश पर मंगलवार को उन्हीं के थाने में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। आरोप है कि उन्होंने पुलिस बल और अन्य लोगों के साथ मिलकर एक महिला की जमीन पर जबरन कब्जा किया और तोड़फोड़ कराई।
लालबंगला के चंद्र नगर निवासी महिला ने थानाध्यक्ष समेत तत्कालीन सनिगवां चौकी इंचार्ज अंकित खटाना, एक बिल्डर, धर्मेंद्र यादव और करीब 40 अज्ञात लोगों पर गंभीर धाराओं में रिपोर्ट कराई है। दर्ज मुकदमे में डकैती, घर में घुसकर तोड़फोड़, मारपीट समेत सात धाराएं लगाई गई हैं।
महिला का कहना है कि उनकी जमीन पर दुकानें बनी हैं और वे नियमित रूप से गृहकर भी अदा करती रही हैं। इस प्लॉट को लेकर सुशील वार्ष्णेय और अभिषेक वार्ष्णेय के साथ 2023 से कोर्ट में मामला चल रहा है। मामला हाईकोर्ट में भी विचाराधीन है। इसके बावजूद 29 मार्च को आरोपी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और दीवार व मुख्य द्वार गिरा दिया।
पीड़िता के अनुसार इस दौरान उनके परिवार के कई सदस्यों से मारपीट की गई, लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में चोटें दर्ज नहीं की गईं और उल्टा सभी पर शांतिभंग की कार्रवाई कर दी गई। संगीता ने यह भी आरोप लगाया कि जमीन पर रखे उनके पति के डेढ़ करोड़ के व्यापारिक सामान और करीब छह लाख के जेवरात गायब कर दिए गए।
मामले की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए, जिसके बाद मंगलवार को एफआईआर लिखी गई।






