जल भराव और सड़कों की बदहाली को लेकर विजय हिंदुस्तानी ने जल समाधि लेने की धमकी दी थी, परिक्रमा मार्ग पर सड़क निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी
मुजफ्फरनगर। जिले के परिक्रमा मार्ग की सड़कों की बदहाली और जल भराव की समस्या को लेकर विजय हिंदुस्तानी नामक नागरिक ने मंगलवार को जल समाधि लेने की घोषणा कर दी थी। विजय हिंदुस्तानी ने सड़क के खराब हालात को लेकर गहरी चिंता जताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी थी। हालांकि, मंत्री कपिल देव और नगरपालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप के हस्तक्षेप के बाद उनका धरना समाप्त हुआ और सड़कों की मरम्मत के लिए जल्द काम शुरू करने का आश्वासन दिया गया।
विजय हिंदुस्तानी का कहना था कि जब तक सड़कों की स्थिति सुधारी नहीं जाती, तब तक वह जल समाधि लेंगे। उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया, ष्यहां के लोग वर्षों से जलभराव और गंदगी से जूझ रहे हैं। जब तक प्रशासन ठोस कदम नहीं उठाता, हम अपना संघर्ष जारी रखेंगे। मंत्री कपिल देव ने परिक्रमा मार्ग का दौरा किया और विजय हिंदुस्तानी से मुलाकात की। उन्होंने कहा, ष्यह समस्या सचमुच गंभीर है और कई महीनों से इसके समाधान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन यह एक बड़ी समस्या है, और इसका समाधान करने में थोड़ा समय लगेगा। हम डीएम के साथ मिलकर इसकी जल्द से जल्द सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं।
मंत्री कपिल देव ने आगे बताया कि सड़क निर्माण के लिए नगर पालिका द्वारा टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है और जल निगम तथा नगरपालिका के अधिकारियों के साथ बैठकें की गई हैं। पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप लगातार इस मुद्दे पर ध्यान दे रही हैं। हमारी पूरी कोशिश है कि दो दिनों के भीतर यहां की सड़कों को चलने लायक बना दिया जाए। पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने भी कहा, ष्हमारे स्तर से जितना संभव हो सकेगा, हम जल्द ही इस सड़क निर्माण कार्य को शुरू करेंगे। विजय हिंदुस्तानी का कदम जनहित में है, और हम उनके संघर्ष को नमन करते हैं।
परिक्रमा मार्ग पर कई कॉलोनियों के निर्माण के बाद से ड्रेनेज सिस्टम की समस्याएं सामने आई हैं, जिसके कारण पानी सड़कों पर भर जाता है। इसके अतिरिक्त, रेलवे के अंडरपास का निर्माण भी एक बड़ी चुनौती है। इन सब कारणों से सड़कों की स्थिति और भी खराब हो गई है। विजय हिंदुस्तानी ने सड़क के निर्माण तक आंदोलन जारी रखने की धमकी दी थी, और जल समाधि लेने का एलान कर दिया था। लेकिन मंत्री और पालिकाध्यक्ष के आश्वासन के बाद उन्होंने अपना धरना समाप्त किया और प्रशासन से तत्काल समाधान की उम्मीद जताई। यह मामला इस बात की ओर इशारा करता है कि प्रशासन को नागरिकों की परेशानियों के प्रति तत्परता से काम करना होगा। नागरिकों के आंदोलन के दबाव में अधिकारियों ने अपनी सक्रियता दिखाते हुए समाधान के प्रयास शुरू किए हैं, लेकिन अब यह देखना होगा कि अगले दो दिनों में सड़कों की स्थिति में कितनी सुधार होती है।






