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आत्मदाह प्रकरण-उज्जवल को न्याय की मांग पर छात्रों ने घेरा पुलिस कार्यालय, जताया आक्रोश

सिविल लाइन थाना प्रभारी से हुई तीखी नोकझोंक, एसपी सिटी ने गिरफ्तारी के लिए मांगा समय, 16 नवंबर को होगी शोक सभा

मुजफ्फरनगर। डीएवी पीजी कॉलेज, बुढ़ाना के छात्र उज्जवल राणा की आत्मदाह की सनसनीखेज घटना को लेकर गुरूवार को मुजफ्फरनगर में छात्रों और भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के नेताओं ने पुलिस कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि आत्मदाह प्रकरण में मुख्य आरोपी कॉलेज प्राचार्य प्रदीप कुमार समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हो सकी है, जिससे छात्र समाज में आक्रोश व्याप्त है। इस दौरान पुलिस के साथ तीखी नोंकझौंक भी हुई। हंगामे और प्रदर्शन के बाद पहुंचे एसपी सिटी ने भरोसा दिया कि पुलिस अपना काम कर रही है और जल्द ही फरार आरोपियों को दबोच लिया जायेगा। इसी बीच छात्र उज्जवल की 16 नवंबर को डीएवी कॉलेज पर ही शोक सभा का ऐलान हो जाने से पुलिस प्रशासन एक बार फिर से अलर्ट हो गया है।

गौरतलब है कि डीएवी पीजी कॉलेज, बुढ़ाना के बीए छात्र उज्जवल राणा ने 8 नवंबर को फीस विवाद और कॉलेज प्रशासन के कथित उत्पीड़न से आहत होकर कॉलेज परिसर में खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली थी। गंभीर हालत में उसे दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 9 नवंबर को उसकी मौत हो गई। घटना के बाद छात्र संगठनों और किसान यूनियन ने कॉलेज प्रशासन पर कार्रवाई की मांग को लेकर लगातार आंदोलन तेज कर दिया है। इस मामले में छात्र उज्जवल की बहन सलोनी राणा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने एक आरोपी कॉलेज पीटीआई संजीव कुमार निवासी मेरठ को गिरफ्तार कर जेल भेजा है, जबकि अन्य आरोपी कॉलेज प्राचार्य प्रदीप कुमार, प्रबंधक अरविंद कुमार गर्ग आदि अभी फरार बताये जा रहे हैं, पुलिस ने तीन दिन का समय लिया था, लेकिन गिरफ्तारी की कार्रवाई आगे नहीं बढ़ने से रोष बना हुआ है।

मामले में गुरूवार को डीएवी पीजी कॉलेज बुढ़ाना के साथ ही जनपद के अन्य कॉलेजों के छात्र एकत्र होकर एसएसपी कार्यालय पहुंचे और यहां पर भाकियू अराजनैतिक के प्रवक्ता धर्मेन्द्र मलिक के नेतृत्व में धरने पर बैठ गये। छात्राओं ने पुलिस प्रशासन पर आत्मदाह जैसे संवेदनशील मामले में भी आरोपियों को बचाने और कार्यवाही नहीं करने के आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया और नारेबाजी भी की। प्रदर्शन के दौरान सिविल लाइन थाना प्रभारी आशुतोष कुमार फोर्स के साथ पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाने का प्रयास किया तो भाकियू नेताओं के साथ उनकी तीखी नोकझोंक भी हुई। धर्मेन्द्र मलिक ने कहा कि पुलिस ने जो समय मांगा था, वो पूरा हो चुका है, लेकिन गिरफ्तारी का इंतजार है। प्रशासन ने जो सशक्त वादा किया था, लोगों को वो पूरा होता नजर नहीं आ रहा है, इससे पीड़ित परिवार और समाज में रोष बना हुआ है। अभी तक न तो मुआवजा दिये जाने को लेकर कदम बढ़ाया गया है और न ही कानूनी कार्रवाई सख्त हुई है। पुलिस प्रशासन के अफसर ढुलमुल रवैया अपनाये हुए हैं। छात्र उज्जवल तीन दिन से अपनी पीड़ा बयां कर रहा था। ऐसे में पुलिसकर्मियों ने भी कॉलेज आकर सार्वजनिक रूप से उसका अपमान किया और धमकियां दी। ऐसे सभी आरोपियों को बचाने का काम प्रशासन कर रहा है, जो होने नहीं दिया जायेगा। इसी बीच एसपी सिटी सत्यनारायपण प्रजापत ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता करते हुए आश्वासन दिया कि पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फिलहाल इस मामले में मात्र एक आरोपी की गिरफ्तारी हो सकी है।
धर्मेन्द्र मलिक ने बताया कि 16 नवंबर को डीएवी कॉलेज, बुढ़ाना के बाहर उज्जवल राणा की स्मृति में शोक सभा आयोजित की जाएगी, जिसमें भारी संख्या में छात्र, अभिभावक और किसान संगठन के पदाधिकारी शामिल होंगे। इसी दिन आगामी रणनीति बनाकर आंदोलन का ऐलान किया जायेगा। पुलिस प्रशासन ने शोक सभा के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के निर्देश जारी किए हैं। क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। प्रदर्शन के दौरान भाकियू अराजनैतिक के प्रवक्ता धर्मेन्द्र मलिक, जिलाध्यक्ष सुधीर पंवार, बिजेन्द्र बाििलयान, कपिल बालियान, छात्र नेता वीशू मलिक, शहजाद राव के साथ ही कई कॉलेजों के छात्र मौजूद रहे।

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