रतनपुरी पुलिस की तत्परता से पीड़ित को मिली राहत, साइबर अपराध नियंत्रण अभियान में किया जागरुक
मुजफ्फरनगर। साइबर ठगी के मामलों पर नकेल कसने के लिए मुजफ्फरनगर पुलिस लगातार सक्रिय है। इसी क्रम में थाना रतनपुरी की साइबर हेल्पडेस्क टीम ने एक आवेदक के खाते से निकाले गए रुपये वापस कराए हैं। पुलिस की यह कार्रवाई जनपद में साइबर अपराधियों पर सख्त निगरानी और त्वरित कार्रवाई का उदाहरण पेश करती है।
जनपद मुजफ्फरनगर में चल रहे साइबर अपराध नियंत्रण अभियान के तहत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के निर्देशन और पुलिस अधीक्षक अपराध इन्दु सिद्धार्ध के पर्यवेक्षण में थाना रतनपुरी की साइबर हेल्पडेस्क टीम ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस के अनुसार ग्राम कल्याणपुर निवासी शान मोहम्मद ने 18 सितंबर को साइबर हेल्पडेस्क रतनपुरी पर शिकायत दर्ज कराई थी कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने ऑनलाइन धोखाधड़ी कर उनके बैंक खाते से 37,320 रुपये निकाल लिए हैं। शिकायत मिलते ही पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित बैंक को सूचित किया और संदिग्ध खातों को तत्काल फ्रीज कराया।
लगातार प्रयासों के बाद, 28 अक्टूबर को आवेदक के बैंक खाते से धोखाधड़ी कर निकाली गई राशि में से 36,170 रुपये सफलतापूर्वक वापस कराए गए। पुलिस के इस कदम से पीड़ित को आर्थिक राहत मिली और आम नागरिकों में साइबर हेल्पडेस्क के प्रति भरोसा और मजबूत हुआ है। मुजफ्फरनगर पुलिस ने जनपदवासियों से अपील की है कि किसी भी प्रलोभन में आकर अनजान लिंक पर क्लिक न करें और अपनी बैंक संबंधी गोपनीय जानकारी जैसे खाता संख्या, पिन, ओटीपी या सीवीवी किसी के साथ साझा न करें। यदि किसी प्रकार की साइबर धोखाधड़ी होती है तो तत्काल 1930 पर कॉल करें या मुजफ्फरनगर साइबर सेल के मो.नंबर 9454401617 अथवा निकटतम थाने में स्थित साइबर हेल्प सेंटर से संपर्क करें। साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के बीच रतनपुरी थाना पुलिस की यह कार्रवाई इस बात का प्रमाण है कि समय पर की गई शिकायत और तत्पर पुलिस हस्तक्षेप से डिजिटल धोखाधड़ी पर प्रभावी नियंत्रण संभव है।






