कर्नल बेबले ने बताया कि 6 से 8 सितम्बर तक सभी योग्य अभ्यर्थियों का विस्तृत मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा।
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में भारतीय थल सेना की अग्निपथ योजना के तहत चल रही भर्ती रैली का शुक्रवार को समापन हो गया। 14 दिन चली इस भर्ती प्रक्रिया में 13 जिलों के 17 हजार से अधिक युवाओं ने दौड़, शारीरिक दक्षता और दस्तावेज़ जांच में भाग लेकर अपनी काबिलियत साबित की। अब इन चयनित अभ्यर्थियों का मेडिकल परीक्षण होना बाकी है, जो 6 से 8 सितम्बर तक आयोजित किया जाएगा। इसके बाद भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर सैन्य अफसर मेरठ के लिए प्रस्थान करेंगे।
शुक्रवार को भर्ती के अंतिम चरण में अग्निवीर क्लर्क और स्टोर कीपर पदों के लिए सुबह नुमाइश मैदान पर दौड़ आयोजित की गई। वहीं, चौधरी चरण सिंह स्पोर्ट्स स्टेडियम में भी शारीरिक दक्षता परीक्षण और दस्तावेज़ सत्यापन का दौर चला। भर्ती निदेशक एआरओ मेरठ, कर्नल सत्यजीत बेबले ने बताया कि क्लर्क पद के लिए लिखित परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके 1073 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जिनमें से हाइट चेकिंग और अनुपस्थिति के कारण 950 युवा ही दौड़ में शामिल हो सके। इनमें से करीब 700 युवाओं ने तय समय के भीतर दौड़ पूरी कर शारीरिक दक्षता परीक्षा में अपनी तैयारी का परिचय दिया।
इस भर्ती रैली में अंतिम दिन अग्निवीर क्लर्क और स्टोर कीपर बनने के लिए अमरोहा, बागपत, बिजनौर, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, रामपुर, सहारनपुर और शामली जिलों के युवाओं ने भाग लिया। सुबह पांच बजे से शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया देर शाम तक चली, जिसमें दौड़, शारीरिक दक्षता, दस्तावेज़ जांच और मेडिकल परीक्षण की प्रारंभिक प्रक्रिया को पूरा किया गया। कर्नल बेबले ने बताया कि 6 से 8 सितम्बर तक सभी योग्य अभ्यर्थियों का विस्तृत मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा। इसके बाद अंतिम रूप से चयनित अग्निवीर भारतीय सेना के विभिन्न पदों पर सेवा के लिए भेजे जाएंगे।