रतनपुरी में बस, बाइक और स्कूटी की टक्कर में तीन लोगों की गई जान, खतौली में युवक का शव आम के पेड़ से लटका मिला
मुज़फ्फरनगर। ज़िले में बुधवार को दो अलग-अलग घटनाओं ने जिले को झकझोर कर रख दिया। एक ओर रतनपुरी थाना क्षेत्र में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में महिला सहित तीन लोगों की मौत हो गई, वहीं दूसरी ओर खतौली क्षेत्र में 20 वर्षीय युवक का शव ईख के खेत में आम के पेड़ से लटका मिला, जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। एक ही दिन में चार लोगों की मौत होने से मृतकों के परिवार में कोहराम बना नजर आया। दोनों घटनाओं की पुलिस जांच जारी है, जबकि मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
जनपद मुज़फ्फरनगर में मंगलवार को हुई दो दर्दनाक घटनाओं ने पूरे जिले को स्तब्ध कर दिया। पहली घटना रतनपुरी थाना क्षेत्र की है, जहां रोडवेज बस, एक मोटरसाइकिल और स्कूटी की आमने-सामने हुई भिड़ंत में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। एसएसपी संजय वर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि दुर्घटना 23.09.2025 को रतनपुरी क्षेत्र में हुई। हादसे में मेरठ व शामली जनपदों के चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सभी घायलों को तत्काल ग्लोबल अस्पताल मेरठ में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक महिला भी शामिल है। स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घायलों को अस्पताल भेजा और अब मृतकों के शवों का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है। दुर्घटना के कारणों की जांच जारी है।
खतौली में युवक की संदिग्ध मौत, हत्या या आत्महत्या!
दूसरी ओर, खतौली थाना क्षेत्र के कैलावाड़ा गांव में एक 20 वर्षीय युवक की संदिग्ध मौत से सनसनी फैल गई। गांव निवासी मोहित पुत्र संजय का शव ईख के खेत में खड़े आम के पेड़ से लटका मिला। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन सभी पहलुओं की गंभीरता से जांच की जा रही है। युवक की मौत के पीछे के कारणों को लेकर स्थानीय लोग भी स्तब्ध हैं, और परिवारजन गहरे सदमे में हैं। एक ही दिन में हुई इन दो अलग-अलग दुखद घटनाओं ने जिले में शोक की लहर दौड़ा दी है। प्रशासन दोनों मामलों में त्वरित कार्रवाई कर रहा है, लेकिन सवाल यह भी उठता है कि सड़क सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य जैसे गंभीर मुद्दों पर अब और ठोस कदम कब उठाए जाएंगे।