गुमशुदगी, चोरी और भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई न होने से भड़के किसान, भाकियू नेता ने दी चेतावनी
मुजफ्फरनगर। थाना चरथावल क्षेत्र में लगातार हो रहे अपराधों और पुलिस में बढ़ते भ्रष्टाचार के साथ ही गुमशुदगी के मामलों में पुलिस के द्वारा गंभीर कार्यवाही नहीं करने से आक्रोशित ग्रामीणों और किसानों ने 29 सितम्बर को थाने का घेराव करते हुए महापंचायत करने का ऐलान किया है। इस पंचायत का आयोजन भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में किया जा रहा है, जिसकी अगुवाई भाकियू के नेता विकास शर्मा करेंगे। पंचायत में जिले के बड़े पदाधिकारी, सैकड़ों ग्रामीण, तथा हजारों की संख्या में किसान शामिल होने की संभावना है।
भाकियू नेता विकास शर्मा ने बताया कि यह पंचायत थाना क्षेत्र में हो रही लगातार आपराधिक घटनाओं और उनमें कार्रवाई न होने के विरोध में बुलाई गई है। उन्होंने गांव में ग्रामीणों और किसानों के साथ मीटिंग करते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली पर रोष जताया। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में करीब एक दर्जन आपराधिक घटनाएं अब तक सामने आ चुकी हैं, जिनमें से अधिकतर का अब तक कोई खुलासा नहीं किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि थाना क्षेत्र के ग्राम सदनगला से कुछ दिन पूर्व एक किशोरी लापता हो गई थी, लेकिन अब तक न तो रिपोर्ट दर्ज की गई है और न ही कोई ठोस कार्रवाई की गई है। इससे परिजन और ग्रामीणों में भारी असंतोष व्याप्त है।
किसानों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में कई किसानों के नलकूपों से सामान चोरी हुआ, लेकिन पुलिस ने अब तक किसी भी मामले में ठोस कार्रवाई नहीं की। इसके साथ ही, थाना क्षेत्र की स्थानीय चौकियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि बिना पैसे के कोई भी काम नहीं किया जा रहा। हालांकि, ग्रामीणों ने जिला पुलिस कप्तान की कार्यप्रणाली की सराहना की है, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि थाना चरथावल और इसके अंतर्गत आने वाली चौकियों की काम करने की शैली जिले की बदनामी का कारण बन रही है। भाकियू नेता विकास शर्मा ने स्पष्ट किया कि जब तक ग्रामीणों की समस्याओं का उचित समाधान नहीं किया जाता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सभी घटनाओं की सतर्कता से जांच कर कार्रवाई की जाए, ताकि क्षेत्र में कानून व्यवस्था बहाल हो सके और ग्रामीणों को न्याय मिल सके।