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एमडीए के नाम पर अवैध वसूली और रंगदारी का धंधाः शातिर के खिलाफ मुकदमा दर्ज

प्राधिकरण के अवर अभियंता ने खतौली थाने में कराई एफआईआर, फर्जी शिकायतें, डराने-धमकाने और रंगदारी वसूलने के आरोप

मुजफ्फरनगर। खतौली क्षेत्र में मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण (एमडीए) के नाम पर अवैध वसूली और अधिकारियों की छवि धूमिल करने का संगठित खेल सामने आया है। स्थानीय लोगों को धमकाकर पैसे ऐंठने, फर्जी शिकायतें भेजकर दबाव बनाने और सरकारी विभाग के खिलाफ निराधार आरोप गढ़ने के मामले में प्राधिकरण ने एक व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई शुरू की है। इस पूरे प्रकरण ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है और कई पीड़ित अब खुलकर सामने आने लगे हैं।
मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण के अवर अभियंता (जेई) राजीव कोहली की तहरीर पर खतौली थाने में स्थानीय निवासी विनय जैन उर्फ किक्की जैन के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि विनय जैन लंबे समय से एमडीए के नाम पर आम नागरिकों और व्यापारियों को डराकर अवैध वसूली कर रहा था। तहरीर के अनुसार, आरोपी लोगों को धमकाता था कि यदि उसकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वह एमडीए में निर्माण संबंधी शिकायतें भेज देगा, जिससे उनके घर या दुकान पर कार्रवाई हो सकती है। कई पीड़ितों ने दबाव में पैसे भी दिए, लेकिन कुछ ही महीनों बाद उनसे दोबारा शिकायत करने की धमकी देकर फिर वसूली की कोशिश की गई।
फर्जी नामों से शिकायतें भेजकर बनाया जाता था दबाव
प्राधिकरण के अनुसार आरोपी केवल धमकी तक सीमित नहीं था, बल्कि वह बदले हुए नामों से शिकायतें भेजकर उन्हें अपनी वसूली का आधार बनाता था। एमडीए की जांच में यह तथ्य सामने आया कि जिन नामों से शिकायतें भेजी गईं, उन पते पर वास्तविक व्यक्ति मौजूद ही नहीं थे। कई पत्रों में प्राधिकरण के वीसी, सचिव, अभियंताओं और कर्मचारियों पर करोड़ों रुपये की रिश्वत लेने जैसे निराधार आरोप लगाए गए। प्राधिकरण ने ऐसे सभी शिकायत पत्रों की प्रतियां पुलिस को उपलब्ध कराई हैं। अधिकारियों का कहना है कि शिकायतकर्ताओं से कई बार साक्ष्य और शपथपत्र मांगे गए, परंतु कभी कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया गया।
जेल से छूटते ही शातिर व्यक्ति ने शुरू कर दिया वसूली का खेल
विकास प्राधिकरण का कहना है कि विनय जैन पहले भी रंगदारी और फर्जी शिकायत के मामलों में जेल जा चुका है, जहां उसने लगभग छह माह की सजा काटी थी। जेल से रिहा होने के लिए दिए गए शपथपत्र में उसने एमडीए में किसी भी नाम से शिकायत न करने का वादा किया था, परंतु बाहर आते ही मात्र एक माह बाद उसने फिर एक नए सिलसिले से फर्जी शिकायतें भेजना शुरू कर दिया। इस बार वह अपनी पत्नी और कई गैर-मौजूद व्यक्तियों के नाम से पत्राचार कर रहा था।
मैपल्स अकैडमी से जुड़े विवाद में समझौते के दबाव में वसूली
तहरीर में यह भी उल्लेख है कि मैपल्स अकैडमी से जुड़े एक विवाद में आरोपी ने समझौते का दबाव डालकर वसूली की कोशिश की। प्राधिकरण ने इस मामले की प्रति भी पुलिस को उपलब्ध कराई है, ताकि उसके अवैध कामकाज का पैटर्न स्पष्ट हो सके। एमडीए अधिकारियों के अनुसार विनय जैन पर पहले भी कई मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें रंगदारी वसूली, अवैध निर्माण की शिकायत करके लाभ उठाने और सरकारी दस्तावेज फाड़ने जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं। इन मामलों में से एक अभी न्यायालय में विचाराधीन है। खतौली थाना प्रभारी दिनेश बघेल ने पुष्टि की है कि एमडीए की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उसके खिलाफ बार-बार फर्जी शिकायतें भेजने, अधिकारियों पर झूठे आरोप लगाने और जनता को धमकाकर अवैध वसूली करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस अब आरोपों की गहन जांच कर रही है और पीड़ितों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।

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