सर्वखाप मंत्री ने समाज के प्रमुख लोगों के हाथ भिजवाया था निमंत्रण, सोशल मीडिया पर हो रही बहस
मुजफ्फरनगर। गांव सौरम में सम्पन्न हुई सातवीं सर्वखाप सर्वजातीय पंचायत में सर्वखाप मंत्री सुभाष बालियान की ओर से सभी को निमंत्रण भेजे गये। इसमें एक निमंत्रण राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष एवं केन्द्र सरकार में शिक्षा राज्यमंत्री जयंत चौधरी को भी भेजा गया था। जाट समाज के कई प्रमुख लोग रालोद के वरिष्ठ नेताओं के साथ खुद जयंत चौधरी से मिले और उनको सर्वखाप में आने के लिए विधिवत निमंत्रण सौंपा था। जयंत चौधरी ने समाज को भरोसा दिया था, कि वो इसमें शामिल होंगे लेकिन तीन दिनों तक चली इस पंचायत में उनके नहीं आने से अब समाज में नाराजगी और सवाल उठ रहे हैं।
सौरम में 16 से 18 नवंबर तक तीन दिवसीय सर्वखाप पंचायत का आयोजन किया गया। इसमें राजनीतिक तौर पर कई हस्तियां शामिल रहीं, जिनमें जम्मू कश्मीर के डिप्टी सीएम सुरेन्द्र सिंह, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सांसद हरेन्द्र मलिक, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान, रालोद के यूपी विधान मंडल दल के नेता राजपाल सिंह बालियान प्रमुख रूप से शामिल हैं। इस पंचायत में केन्द्रीय मंत्री और रालोद के मुखिया सांसद जयंत चौधरी को भी बुलावा दिया गया था, लेकिन वो नहीं आये।
इसी को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं, मोहित खाटियान ने अपनी फेसबुक वॉल पर इसके लिए पोस्ट जारी कर कड़ी नाराजगी जताई और उन्होंने वो फोटो भी अपनी पोस्ट के साथ साझा की, जिसमें समाज के कुछ प्रमुख लोग जयंत चौधरी को सर्वखाप पंचायत का निमंत्रण दे रहे हैं। मोहित ने अपनी पोस्ट में लिखा है, ‘राष्ट्रीय लोकदल के राजनीति में पिछड़ने का मुख्य कारण है-सही समय पर सही जगह ना पहुंचना…सर्वखाप जैसे महान आयोजन का निमंत्रण होने पर भी नहीं पहुंचना, ये एक बड़ी गलती है। एक विशाल जनसमूह तक अपनी विचारधारा को पहुंचाने का ये सबसे अच्छा मंच था। सामाजिक सौहार्द और अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि को मजबूत करने के लिए जयंत चौधरी को इस महान आयोजन का हिस्सा होना चाहिए था। अपनी राजनीतिक स्थिति के लिए आपको खुद निर्णय लेना पड़ेगा। 3 साल बाद किसी दूसरे को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की जो आपने घोषणा की है वो राष्ट्रीय लोकदल के अंत का प्रारंभ सिद्ध होगी। हमें ना मंत्री बनना, ना विधायक/सांसद, ना कोई पदाधिकारी, आपके वोटर है अंतिम क्षण तक रहेंगे, बाकी सही/गलत फैसलों का चयन आपको खुद करना है। सलाहकार बदलो, पार्टी की स्थिति अवश्य बदलेगी…..जय हिंद….जय किसान…..। मोहित की इस पोस्ट को लेकर भी सोशल मीडिया पर लंबी बहस देखने को मिल रही है।






