मुजफ्फरनगर। भाजपा के कपिल देव ने आखिरकार अपनी वोट को बचाकर साबित कर दिया कि कोक्को को उन्होंने अपनी कोक में छिपाकर रख लिया था और यही कारण रहा कि कोक्को उनकी वोट को कहीं भी लेकर नहीं उड़ पाई। कपिल देव ऐसे पहले राजनेता भी बन गये हैं, जिन्होंने सदर सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने का काम किया है। इससे पहले यहां पर कांग्रेस के द्वारका प्रसाद, भाजपा के सुरेश संगल दो दो बार लगातार चुनाव जीते हैं। हालांकि सबसे ज्यादा जीत का रिकार्ड चितरंजन के नाम हैं और वह तीन बार चुनाव जीते हैं, लेकिन हैट्रिक नहीं लगा पाये थे। वहीं भाजपा सदर सीट पर लोकसभा और विधानसभा दोनों ही चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाने का रिकार्ड रखती है। कपिल की जीत के साथ ही भाजपा सदर सीट पर दो बार हैट्रिक लगा चुकी है। लोकसभा चुनाव की बात करें तो साल 1991 में भाजपा से नरेश बालियान और इसके बाद 1996 व 1996 में लगातार दो बार सोहनवीर सिंह सांसद बने थे। वहीं विधानसभा चुनाव में 1991 में सुरेश संगल, 1993 में फिर सुरेश संगल और 1996 के चुनाव में सुशीला अग्रवाल भाजपा से विधायक बनीं। साल 2016 के उपचुनाव में कपिल देव अग्रवाल चुनाव जीते और 2017 में भी उन्होंने जीत हासिल की तथा 2022 में उनकी लगातार तीसरी जीत है। इसमें कपिल देव अग्रवाल ने स्वरूप परिवार के खिलाफ भाजपा से हुए 8 मुकाबले में अब तक सबसे बड़ी जीत हासिल की है। वह 18 हजार से ज्यादा मतों से जीते हैं, जबकि यह रिकार्ड चितरंजन स्वरूप के नाम था, उन्होंने अशोक कंसल को 15 हजार से ज्यादा मतों से हराया था।