लखनऊ/मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर समाजवादी पार्टी ने छोटे दलों से गठबंधन के रोडमेप को अंतिम रूप देते हुये सभी सहयोगी दलों को अधिकतम 50 सीट देने का फैसला किया है। पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि 403 सदस्यीय विधानसभा में कम से कम 350 सीटों पर सपा अपने उम्मीदवार उतारेगी। इनमें सहयोगी दलों के कुछ उम्मीदवार ऐसे भी होंगे जो सपा के चुनाव चिन्ह पर किस्मत आजमायेंगे। उल्लेखनीय है कि सपा के साथ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के गठबंधन की रूपरेखा तय कर ली गयी है। सपा के गठबंधन के रोडमेप के दायरे में सुभासपा और रालोद के बाद अब आम आदमी पार्टी (आप) एवं अपना दल (कृष्णा गुट) भी आ गये हैं।
सूत्रों के अनुसार सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के बीच मंगलवार को हुयी कई दौर की बैठक में रालोद को 36 सीट देने पर सहमति बन गयी है। इनमें से 8 सीटों पर रालोद के उम्मीदवार सपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि 28 सीटों पर रालोद के चुनाव चिन्ह पर पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी। रालोद ने गठबंधन के तहत सपा से 50 सीटों की मांग की थी। फिलहाल पश्चिमी उत्तर प्रदेश की चरथावाल सीट सहित तीन सीटों पर उम्मीदवार को लेकर पेंच फंसा है। चरथावाल सीट पर जयंत खुद चुनाव लड़ना चाहते हैं, जबकि सपा हाल ही में भाजपा से छोड़कर पार्टी में शामिल हुये हरेन्द्र मलिक को इस सीट से उतारना चाहती है। सीटों के बटवारे को लेकर अखिलेश यादव ने जयंत से मंगलवार को निर्णायक दौर की बातचीत के बाद बुधवार को आप के नेता संजय सिंह और अपना दल की कृष्णा पटेल से भी मुलाकात की। यहां स्थित लोहिया ट्रस्ट में सपा के कैंप कार्यालय में अखिलेश के साथ मुलाकात के बाद संजय सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि बैठक में सार्थक चर्चा हुयी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश को भाजपा के कुशासन से मुक्त करने के लिये एक कॉमन एजेंडे पर बातचीत हुयी।
सीटों के बंटवारे के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी बातचीत शुरु हुयी है, आगे अभी बातचीत जारी रहेगी तब सीटों के बारे में कोई फैसला होगा। इस बीच सपा सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में सत्तारूढ़ आप ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की शहरी सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जतायी है। इसके लिये संजय सिंह ने लगभग दो दर्जन सीटों की सूची सौंपी है जिन पर आप ने मजबूती से चुनाव लड़ने का दावा किया है। इस बीच अपना दल (कृष्णा गुट) की नेता कृष्णा पटेल ने भी बुधवार को अखिलेश से मुलाकात की।
उल्लेखनीय है कि पटेल प्रतापगढ़ सदर सीट से खुद चुनाव लड़ना चाहती हैं।