हांगझोऊ। टेनिस खिलाडी रोहन बोपन्ना ने देश का नाम रोशन करते हुए स्वर्णपदक झटक कर आयामों की नई उंचाईयों को छू लिया है। रोहन के पदक जीतने से देश में खुशी का माहौल है। भारत के अनुभवी टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने एशियाई खेलों में कमाल कर दिया। उन्होंने 42 साल की उम्र में स्वर्ण पदक जीत लिया। बोपन्ना शनिवार (30 सितंबर) को रूतुजा भोसले के साथ मिलकर मिश्रित युगल स्पर्धा में चैंपियन बने। उन्होंने फाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे के सुंग हाओ और एन शुओ की जोड़ी को (2-6, 6-3 ;10-4) से हराकर जीत हासिल की। इससे पहले पुरुष युगल में रामकुमार रामनाथन और साकेत माइनेनी की जोड़ी ने रजत पदक जीता था। बोपन्ना और रूतुजा ने मैच में धीमी शुरुआत की। दोनों पहला सेट 2-6 से हार गए। पहला सेट हारने के बाद बोपन्ना और रूतुजा ने जोरदार वापसी की। दोनों ने दूसरे सेट को 6-3 से अपने नाम किया। इसके बाद दूसरे सेट में सुपर टाई-ब्रेक हुआ। इसमें बोपन्ना और रूतुजा ने 10-4 से बाजी मारी।