पुलिस ने मुर्दे को किया गिरफ्तार
बुलंदशहर । पुलिस ने मुर्दा इंसान को जिंदा गिरफ्तार कर लिया। बलात्कार के मुकदमे से जान बचाने के लिए यह नाटक किया गया। पुलिस ने उसकी पत्नी और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है।;
बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने सोमवार को बताया कि 24 सितंबर को छतारी थाना क्षेत्र के बहलोलपुर गांव में एक अज्ञात शव बरामद हुआ था। उसका चेहरा जला दिया गया था। जांच में पता चला कि राजकुमार ने अपने दोस्त धर्मेन्द्र से मिलकर खुद को मृत दिखाने के उद्देश्य से घटना को अंजाम दिया था। एसएसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने एक शख्स की लोहे की दरांती से गर्दन काट कर एवं सिर में लोहे की रॉड से हत्या कर उसके चेहरे को जला कर बहलोलपुर गांव के खेतों में फेक दिया था। आरोपी राजकुमार ने अपना आधार कार्ड मृतक की पेंट की जेब में रख दिया था, जिससे कि मृतक की पहचान राजकुमार के रुप में हो सके। घटना के पश्चात अभियुक्त राजकुमार अपनी पत्नी अनीता देवी और अपने दोस्त धर्मेन्द्र के साथ फरार हो गया। पुलिस ने जब अनीता देवी से पूछताछ करने पहुंची तो अनीता देवी ने पुलिस को गुमराह करते हुए मृतक अज्ञात को अपना पति राजकुमार बताया। भौतिक एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पाया गया कि राजकुमार जीवित है और घटना के बाद से ही इधर-उधर छिपते हुए घूम रहा है।
एसएसपी ने बताया कि चार अक्टूबर को छतारी थाना पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने राजकुमार, धर्मेन्द्र व अनीता देवी को ग्राम रुस्तमगढी स्थित आम के बाग से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की गिरफ्त में अभियुक्त राजकुमार व धर्मेन्द्र ने अपने बयानों में बताया कि हम दोनों उस अज्ञात व्यक्ति को 23 सितंबर को अग्रसैन चौक अलीगढ़ से नशे की हालत में छतारी ले आये थे। राजकुमार पर थाना क्वार्सी जनपद अलीगढ़ में हत्या व बलात्कार का मुकदमा चल रहा है। बलात्कार वाले मुकदमें में राजकुमार के विरुद्ध कुर्की वारंट जारी है जिससे वह तारीखों पर जा-जाकर थक गया। इस कारण राजकुमार ने अपने साथी धर्मेन्द्र को अपने साथ लेकर उस व्यक्ति की हत्या की थी। राजकुमार ने अपनी पहचान देने के उद्देश्य से उसको अपने कपड़े पहनाकर उसकी जेब में अपना आधार कार्ड रख दिया था ताकि पुलिस और गांव वाले भ्रमित होकर मृतक को राजकुमार समझ लें। इसके बाद वो पुलिस रिपोर्ट को अपने वकील के माध्यम से अपनी फाइल लगवाकर अपनी फाइल को बंद करवा सके और अपनी पत्नी व बच्चों के साथ किसी सुरक्षित स्थान पर जाकर रह रहे थे।