सोमवार को तहसीलों में किसानों का हल्ला बोल
भाकियू ने किया नई कृषि नीति का विरोध, मसौदे की प्रतियों को जलाने के लिए उमड़ेंगे किसान;
मुजफ्फरनगर। अभी हाल ही में किसानों की समस्याओं को लेकर देशव्यापी आंदोलन की कड़ी में जिला मुख्यालय का घेराव करते हुए प्रदर्शन करने वाली भारतीय किसान यूनियन ने अब नई कृषि नीति का विरोध शुरू करते हुए 13 जनवरी को तहसील मुख्यालयों का घेराव करते हुए कृषि नीति के मसौदे की प्रतियां जलाने का ऐलान किया है। इसके लिए जनपद की सभी तहसीलों में भाकियू पदाधिकारियों को भारी संख्या में किसानों की भीड़ के साथ पहुंचने का निर्देश दिया गया है। वहीं 15 जनवरी से प्रयागराज में भाकियू के राष्ट्रीय किसान चिंतन शिविर में भी पहुंचने के लिए किसानों से अपील की गई है।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा बनाई गई नई कृषि नीति का मसौदा किसानों के हित में नहीं है। सरकार किसानों को अनदेखा करते हुए अपनी मर्जी से उसमें बदलाव करना चाह रही है। किसानों की धरातल पर क्या समस्याएं हैं, उनकी जरूरत क्या है, इस सभी को अनदेखा किया जा रहा है। ऐसे ही पहले सरकार ने मनमर्जी से तीन कृषि कानून लागू करने की तैयारी की थी और अब नई कृषि नीति थोपने का प्रयास किया जा रहा है। इसका संयुक्त किसान मोर्चा के आह्नान पर पूरे देश में किसान संगठन विरोध कर रहे हैं। इसी कड़ी में भाकियू ने भी प्रदेश व्यापी आंदोलन का ऐलान किया है।
उन्होंने बताया कि 13 जनवरी सोमवार को प्रदेश के साथ ही जनपद की सभी तहसीलों में भाकियू कार्यकर्ता नई कृषि नीति के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। तहसील मुख्यालयों पर नई कृषि नीति मसौदे को लेकर धरना-प्रदर्शन कर उसकी प्रतियाँ जलायी जाएंगी। इसके लिए उन्होंने सभी पदाधिकारियों को किसानों के बीच प्रचार करते हुए भारी संख्या में एकजुटता के साथ प्रदर्शन करने की तैयारी की अपील की है। वहीं उन्होंने बताया कि भारतीय किसान यूनियन का राष्ट्रीय चिंतन शिविर किसान महाकुम्भ 15 से 18 जनवरी तक उत्तर प्रदेश के जनपद प्रयागराज में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें सभी पदाधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है। इसके साथ ही इसमें सभी कार्यकर्ता व पदाधिकारी संयमपूर्वक प्रयागराज शिविर में हिस्सा लेंगे। लापरवाही पर कार्यवाही की जायेगी।