MUZAFFARNAGAR-जिला पंचायत को राजस्व का चूना लगाने का भंडाफोड़
शहर के बीच अनुज ग्राफिक्स पर छापी जा रही थी जिला पंचायत की फर्जी रसीद, एएमए की शिकायत पर पुलिस ने मारा छापा, पुलिस ने मौके से बरामद की जिला पंचायत की फर्जी 56 रसीद बुक, एक आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार;
मुजफ्फरनगर। जिला पंचायत के ठेके की शुल्क वसूली की फर्जी रसीद के गोरखधंधे का पुलिस ने आज भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक प्रिंटिंग प्रेस से फर्जी रसीदों को जब्त करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। मौके से पुलिस ने जिला पंचायत की 56 फर्जी रसीद बुक बरामद की है। इस मामले में जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है।
जिला पंचायत को राजस्व में घाटा देने के लिए एक ठेकेदार के ठेके की शुल्क वसूली के लिए जिला पंचायत की फर्जी रसीद बुक छापे जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में शिकायत के आधार पर जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी पवन कुमार गोयल ने गत देर शाम महावीर चैक स्थित अनुज ग्राफिक्स प्रिंटिंग प्रेस पर छापामार कार्यवाही की है। इस कार्यवाही के दौरान मौके से जिला पंचायत की फर्जी रसीद बुक बरामद हुई है, जिनको प्रिंटिंग प्रेस पर छापा जा रहा था। अपर मुख्य अधिकारी पवन गोयल ने बताया कि मौके पर फर्जी रसीद मिलने पर शिकायत सही पाई गयी तो इस सम्बंध में सिविल लाइन पुलिस को सूचना दी गयी। सूचना पर दरोगा रणपाल सिंह पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और वहां अपर मुख्य अधिकारी की शिकायत पर जिला पंचायत की फर्जी रसीद बुक को जब्त कर लिया।
इसके साथ ही मौके से तुषार शर्मा पुत्र प्रमोद कुमार निवासी गांधीनगर को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में थाने पहुंचकर अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत पवन गोयल ने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि उनको सूचना मिली थी कि जिला पंचायत के द्वारा जनपद मुजफ्फरनगर में छोड़े गये प्रकाष्ठ ;लकड़ीद्ध के ठेके से शुल्क वसूली के लिए जिला पंचायत की फर्जी रसीद बुक छपवाई जा रही है, जिससे जिला पंचायत को राजस्व का नुकसान पहुंच रहा है। इसी शिकायत पर वो महावीर चैक अनुज ग्राफिक्स पर छापामार कार्यवाही के लिए पहुंचे, यहां से फर्जी रसीद बुक बरामद हुई है। इस मामले में जिला पंचायत का ठेका लेने वाले ठेकेदार का नाम भी रसीद बुक छपवाने में प्रकाश में आया है। हालांकि अभी जिला पंचायत की ओर से ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। एएमए पवन गोयल का कहना है कि फर्जी रसीदों के सहारे ठेके पर शुल्क वसूली का काम चल रहा था, जिससे सीधे तौर पर राजस्व चोरी की जा रही थी और जिला पंचायत को आर्थिक क्षति पहुुंचाई जा रही थी। पुलिस से शिकायत के बाद जिला पंचायत अपने स्तर से भी जांच करा रही है। यदि ठेकेदार की संलिप्तता पाई गई तो उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जायेगी। थाना प्रभारी सिविल लाइन ने बताया कि जिला पंचायत की फर्जी रसीद बुक छपवाने के मामले में जिला पंचायत के अफसर की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अभी एक आरोपी गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ की जा रही है। इसमें दूसरे लोग भी शामिल हो सकते हैं। िजस प्रिंटिंग प्रेस में रसीद बुक छपवाई जा रही थी। उसमें दो लोग पार्टनर बताये गये हैं। पुलिस ने जांच पड़ताल की शुरू कर दी है।